– बासेलवा कॉलोनी, गांव बहादुरपुर एवं रायपुर कलां बल्लभगढ़ में बाल विवाह के खिलाफ जन जागरूकता अभियान
फरीदाबाद, 17 दिसंबर।
भारत सरकार के बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत बुधवार को उपायुक्त (डीसी) आयुष सिन्हा के मार्गदर्शन में फरीदाबाद के कल्याणपुरी ब्लॉक एनआईटी 2, बासेलवा कॉलोनी, गांव बहादुरपुर एवं रायपुर कलां बल्लभगढ़ सहित आसपास के अन्य इलाकों में बाल विवाह के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान उपस्थित नागरिकों को यह संकल्प भी दिलाया गया कि वे किसी भी परिस्थिति में बाल विवाह नहीं करवाएंगे और न ही होने देंगे। साथ ही कैंडल मार्च भी निकाला गया।
संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी हेमा कौशिक ने जानकारी देते हुए बताया कि आयोजित जागरूकता कार्यक्रमों में स्थानीय नागरिकों, महिलाओं, युवाओं, पंचायत प्रतिनिधियों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रमों के दौरान वक्ताओं ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बाल विवाह से उत्पन्न होने वाले सामाजिक, शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणामों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस अवसर पर बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के अंतर्गत लागू कानूनी प्रावधानों की भी जानकारी दी गई, ताकि लोग कानून के प्रति जागरूक हो सकें। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी नागरिकों को यह संकल्प दिलाया गया कि वे किसी भी परिस्थिति में न तो बाल विवाह करेंगे और न ही अपने क्षेत्र में इसे होने देंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि यदि कहीं बाल विवाह होने की जानकारी मिले, तो तुरंत उसे रोकने का प्रयास करें और निकटतम पुलिस थाने या चौकी को सूचित करें। इसके अलावा पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर फोन करके भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। शिकायतकर्ता की पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाएगी।
जागरूकता कार्यक्रमों के उपरांत कैंडल मार्च का भी आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। हाथों में मोमबत्तियां लेकर प्रतिभागियों ने बाल विवाह के विरुद्ध एकजुटता का संदेश दिया और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प दोहराया। कैंडल मार्च के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए समाज का हर वर्ग जिम्मेदार है।



