ग्रेटर फरीदाबाद टीआई इंस्पेक्टर सतीश व कम्युनिटी पुलिसिंग प्रभारी ने महिला विरुद्ध अपराध, नशे के दुष्परिणाम और साइबर फ्रॉड से बचाव कैसे करे के बारे मे गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-28 में करीब 850 विद्यार्थीयों को वीडियो वेन के माध्यम से किया जागरुक

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फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश के तहत कम्युनिटी पुलिसिंग प्रभारी इंस्पेक्टर माया व ग्रेटर फरीदाबाद टीआई इंस्पेक्टर सतीश, एएसआई सुरेन्द्र कुमार की टीम ने सेक्टर-28 में गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में छात्र- छात्रों को महिला विरुद्ध अपराध, नशे के दुष्परिणाम और साइबर फ्रॉड से बचाव कैसे करे के बारे मे जागरुक करते हुए जानकारी प्रदान की। जागरुक प्रोग्राम में प्रिंसिपल सजय यादव, देशराज दलाल ने प्रोग्राम में हिस्सा लिया।
महिला विरुद्ध अपराध-
कम्युनिटी पुलिसिंग प्रभारी इंस्पेक्टर माया ने महिला विरुद्ध अपराध एक्ट व डायल 112 ऐप के बारे में जागरूक करते हुए स्कूल में पढ़ रहे छात्रओं को विद्यार्थियों को बैड टच के बारे बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति ने गलत तरीके से स्पर्श करने की कोशिश करता है तो उसके बारे में अपने परिजनों को बताएं क्योंकि यदि वह इसका विरोध नहीं करेंगे वह फिर से उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करेगा। उन्होंने बताया कि पहले इस बात के बारे में बहुत कम जानकारी होती थी कि बैड टच क्या होता है परंतु आजकल इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाकर विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दी जा रही है इसलिए यदि कोई भी व्यक्ति उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है तो चुप रहकर इसे सहन करने की कोशिश ना करें क्योंकि यह आगे चलकर उनके शोषण का कारण बन सकता है। अगर कोई व्यक्ति आप का पिछा करता है, कमेंट पास करता है या अन्य किसी और तरिके से परेशन करता है तो इसकी सूचना डायल 112 पर दे।
नशे के दुष्परिणाम-
पुलिस टीम ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति नशा करता, खरीदता या बेचता है वह अपनी बर्बादी की तरफ पहला कदम बढ़ाता है और आगे चलकर वह इसके चंगुल में इतना फंस जाता है कि वहां से बाहर निकलना लगभग नामुमकिन हो जाता है और इस के चक्कर में वह अपनी सारी संपत्ति, घर परिवार, बालक बच्चों को खो देता है। इसलिए नशे के चंगुल से बचकर रहें और अपने बच्चों और साथियों को इसके बारे में हेल्पलाइन नंबर 90508 91508 जानकारी दें ताकि वह नशे की चपेट में आने से बच सकें और अपने साथियों को भी इससे बचा सकें। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
साइबर फ्रॉड-
पुलिस टीम के द्वारा बताया गया कि आरोपी पीडितो को टास्क पूरा करने के नाम पर, कुछ मिनट में ही लोन देने के लिए, घर बैठे लोन उपलब्ध करवाने का लालच देती हैं और फर्जी ऐप डाउनलोड करता दे, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढवाने के नाम पर, घर बैठे कमाने का लालच, फ्री गिफ्ट, लॉटरी लगना के नाम पर,वाउचर जीतने के नाम पर,KYC के नाम पर, बैंक कर्मी बनकर, विदेश भेजने के नाम पर,जाब दिलाने के नाम पर,अश्र्लील वीडियो कॉल रिकॉर्ड से ब्लैकमेल कर, इत्यादी के नाम पर लोगो के साथ साइबर फ्रॉड किया जाता है। हमें इस तरह के किसी भी झांसे में नही आना है और इस तरह की कोई भी कॉल आती है तो कॉल को डिस्कनेक्ट कर देनी चाहिए। आगर आपके साथ कोई फ्रॉड होता है तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करे।

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