फ़रीदाबाद: डीसीपी साइबर सेंट्रल जसलीन कौर के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर अमित की टीम ने साइबर ठगी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ़्तार किए गए आरोपियों में अंकित, घनश्याम तथा रितिक का नाम शामिल है। आरोपी अंकित तथा घनश्याम बिहार के शेखूपुर एरिया में स्थित बरमा गांव के रहने वाले हैं। आरोपी अंकित दिल्ली के तुगलकाबाद में रहता है वहीं आरोपी घनश्याम महाराष्ट्र में आरोपी ऋतिक के साथ कंपनी में काम करता है जो आरोपी ऋतिक बिहार के बलहा गांव का रहने वाला है। आरोपी अंकित ने फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ 2.86 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी अंकित ने पीड़ित वारिश को फोन कर कहा कि उसका पासपोर्ट आने वाला है और पासपोर्ट डिलीवरी के लिए कुछ फीस भेजनी होगी और उसने वारिश को एक क्यूआर कोड भेजकर कुछ पैसे मंगवा लिए और साथ में ही एक लिंक भेज कर उसे लिंक के माध्यम से वारिश के बैंक अकाउंट की सारी डिटेल मंगवा ली। जागरूकता के अभाव में वारिश ने अपने बैंक अकाउंट की डिटेल आरोपी अंकित द्वारा भेजे गए लिंक पर डाल दी जिससे सारी जानकारी अंकित के पास चली गई और उसने वारिश के खाते से पैसे निकाल लिए। पीड़ित को जब अपने साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में पता चला तो उसने साइबर थाने में इसकी शिकायत दी जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी घनश्याम तथा ऋतिक को 13 फरवरी को गिरफ्तार कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आरोपी अंकित को भी 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि अंकित और घनश्याम एक ही गांव के रहने वाले हैं। आरोपी अंकित ने फोन करके घनश्याम को कहा कि उसके पास पैसे हैं जिसके लिए उसे एक बैंक खाते की आवश्यकता है। आरोपी घनश्याम ने अपने साथी ऋतिक का बैंक खाता अंकित को दे दिया जिसमें अंकित ने ठगी से पैसे ट्रांसफर करवाए थे। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी घनश्याम को पैसों में से 10% तथा ऋतिक को 40% पैसे मिले थे जो उन्होंने फिजूलखर्ची में उड़ा दिए वहीं आरोपी अंकित ने इन पैसों से एप्पल आईफोन 15 खरीदा था जो पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है। मामले में जांच अभी जारी है और इसमें शामिल अन्य आरोपियों की धरपकड़ की जाएगी।