- समस्यों के समाधान के लिए सरकार पर बनाएगा दबाव
- फेडरेशन के समर्थन में आया एनएफआईआर
नई दिल्ली । रेलवे में कैटरिंग सर्विस देने वाले और ई टिकटिंग स्टाफ की समस्याओं की समस्याओं को लेकर इंडियन रेलवे कैटिरंग टूरिज्म ई टिकटिंग स्टाफ फेडरेशन (आईआरसीटीई टीएसएफ) की बैठक हुई, जिसमें विभिन्न एजेंडे पर चर्चा हुई। इस चर्चा में फेडरेशन के अध्यक्ष एसएन मलिक, महासचिव रविन्द्र गुप्ता समेत एनएफआईआर के महासचिव एम. रघुवैया,अध्यक्ष गुमान सिंह, संयुक्त सचिव बीसी शर्मा समेत रेलवे के अन्य संगठनों से जुड़े अधिकारी मौजूद थे।
इस मौके पर एम रघुवैया ने कहा कि हर गरीब वेंडर और कैटिरंग सर्विस देने वाले कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने के लिए फेडरेशन का गठन किया गया। इनके पास न तो जॉब की सुरक्षा हैं और न ही मेडिकल सुविधा है। पेंशन की सुविधा नहीं है। जबकि भारतीय रेल में काम करने वाले कर्मचारियों को बाकी सब सुविधाएं प्राप्त हैं। जो लोग सेल्फ इंप्लाइड हैं, उनके लिए संगठन द्वारा इसकी मांग करना एक सराहनीय काम है। उन्होंने कहा कि इस इनीशिएटिव को एनएफआईआर का पूरा समर्थन होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ सरकार के सामने मांगे रखने से काम नही चलेगा, बल्कि उसके लिए कोशिश करनी होगी। आज डिर्पाटमेंटल कैटिरंग व्यवस्था को खत्म कर प्राइवेट कैटरिंग में पूजीपतियों को स्थान दिया जा रहा है इसके लिए सरकार नई पॉलिसी लेकर आई है। जबकि सरकार को चाहिए कि छोटे गरीब वेंडर को ज्यादा सुविधा देने के लिए पॉलिसी लाए। फेडरेशन के अध्?यक्ष एस एन मलिक ने कहा कि जो भी एजेंडे में शामिल है, उसे फेडरेशन के जरिये पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा।
फेडरेशन के मुख्य संरक्षक बीसी शर्मा ने कहा कि वेंडर की मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को नौकरी दी जाए। आज भी स्टाल बंद होने के कारण बेसहारा 40 बच्चों के लिए हमारी लड़ाई जारी है। आईआरसीटीसी बनाने पर टेंडर बड़े लोगों को दे दिए गए। इससे छोटे वेंडर्स को काफी नुकसान हुआ। बाजार के अनुसार जीएसटी बार बार लगाना ठीक नहीं। रविन्द्र गुप्ता ने कहा कि फेडरेशन समस्याओं के सामाधान के लिए सरकार पर दबाव बनायेगी। उन्होंने कहा कि हमारी मांगों में वेंडरों को चिकित्सा सुविधा, भविष्य निधी की सुविधा, कार्य स्थल पर विश्राम गृह की सुविधा समेत मूल निवास से कार्य स्थल तक आने जाने के लिए बस पास की सुविधा आदि प्रमुख मांगे हैं।