05 सितंबर, 2023 : सलाम किसान भारत का तेज विकासशील और डाटा से संचालित एक सम्पूर्ण कृषि मंच है, जो किसानों को उत्पादकता और लाभ बढ़ाने में मदद करता है। उसने भारत के कृषि क्षेत्र में समावेशन और नवाचार को बढ़ावा देने विचार से आगे बढ़ते हुए, महाराष्ट्र की पहली महिला ड्रोन पायलट के रूप में, वर्धा जिले की लिंटा शेलके वाघमारे को प्रशिक्षित किया है। यह उल्लेखनीय पहल कौशल विकास के साथ ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को देश के कृषि परितंत्र के एक महत्वपूर्ण हिस्से के तौर पर सुसज्जित करने के लिये कंपनी की प्रतिबद्धता दिखाती है।
सलाम किसान ने अपने ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम में लिंटा को शामिल करके कृषि प्रौद्योगिकी में लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करने के लिये एक कदम उठाया है। उन्हें डीजीसीए (DGCA) से अनुमोदित एक संस्थान में पाँच दिनों के कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण दिया गया। लिंटा के संकल्प और उत्साह ने लैंगिक पक्षपात वाली पारंपरिक बाधाओं को तोड़ा है और कृषि के भविष्य के लिये एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनकी उपलब्धि न सिर्फ आकांक्षी महिला ड्रोन पायलट्स के लिये प्रेरणादायक है, बल्कि कृषि के भविष्य को आकार देने में महिलाओं की क्षमता का प्रतीक भी है।
सलाम किसान की फाउंडर एवं सीईओ, धनश्री मंधानी ने इस पहल का महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “कृषि में ज्यादातर महिला श्रमिक की हैसियत अभी भी अनौपचारिक हैं और उनके योगदानों को हमारे देश के जीडीपी में नहीं गिना जाता है। लैंगिक समानता वाले कार्यस्थलों का समर्थन करते हुए, हम लगातार महिलाओं को औपचारिक क्षेत्र में शामिल करने के लिये काम कर रहे हैं। सैकड़ों फील्ड ऑफिसरों के बीच लिंटा परिवर्तन का पथ-प्रदर्शक बनकर उभरी हैं। उन्होंने पुरुषों की प्रधानता वाले परिदृश्य में फील्ड ऑफिसर के तौर पर काम करने से लेकर महाराष्ट्र की पहली ड्रोन पायलट बनने का मुकाम हासिल किया है। मैं उनकी इस यात्रा में शामिल होकर गर्व और रोमांच का अनुभव कर रहा हूँ। भारत सरकार द्वारा अपनी आगामी योजना के द्वारा इस प्रकार की पहल उत्साहवर्द्धक है, जिसके अंतर्गत 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को कृषि-ड्रोन दिए जायेंगे।”
सलाम किसान के ड्रोन ट्रेनिंग प्रोग्राम का अनुभव बताते हुए, लिंटा शेलके वाघमारे ने कहा कि, “किसान परिवार में पली-बढ़ी होने के कारण मुझे हमेशा से कृषि में रुचि रही है। जब मैं सलाम किसान से जुड़ी, तब धनश्री मैडम ने मुझे ज्यादा कुशलताएं हासिल करने के लिये प्रोत्साहित किया। उन्हें एक बड़ी कंपनी का संचालन करते और कृषि कार्यों आधुनिक बनाते हुए देखकर मुझे प्रेरणा मिली। उनके सहयोग से मैंने गहन प्रशिक्षण पूरा किया और ड्रोन उड़ाना सीख लिया। यह एक सपने के सच होने जैसा है और अब मैं रोजाना के कामों को बेहतर बनाने में किसानों की मदद कर सकती हूँ। अपने देश की कृषि में योगदान देकर मैं बहुत खुश हूँ।”
सलाम किसान ने हाल ही में एक क्षमता निर्माण कार्यक्रम प्रस्तुत किया था, जो ग्रामीण युवाओं के लिये ड्रोन पायलट ट्रेनिंग और रोजगार के अवसर प्रदान्कारने वाली एक अग्रणी पहल है। मुख्य रूप से कौशल विकास और रोजगार निर्माण पर केन्द्रित होने के अलावा, यह प्रोग्राम भाग लेने वाले हर व्यक्ति में नेतृत्वकारी गुणों एवं दृढ़ता को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है।
सलाम किसान तेजी से बढ़ रहा, डाटा से संचालित कृषि परितंत्र है, जो कृषि के परितंत्र में साझीदारों को केन्द्रीकृत समाधान प्रदान कर रहा है। वे किसानों को बुआई से लेकर कटाई के बाद तक के लिये विभिन्न समाधानों से सुसज्जित करते हैं, जैसे कि एआई से सक्षम फसल योजना कैलेंडर, किराये पर उपकरण, किराये पर ड्रोन की सेवाएं, भंडारण सुविधाएं और उपज के लिये बाजार, आदि। सिर्फ 7 महीने में इस कार्यक्रम के अंतर्गत भारत के 7000 गांवों में 22,000 से अधिक किसानों को सेवा प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस (एफपीओ) के साथ मिलकर किसानों के लिये किराये पर ड्रोन से छिड़काव की सेवा भी आरम्भ की है।
सलाम किसान के विषय में
सलाम किसान प्रौद्योगिकी-संचालित एक व्यापक कृषि मंच के रूप में काम करता है और किसानों की उत्पादकता तथा आर्थिक लाभ बढ़ाने के लिये आँकड़ों पर आधारित जानकारियाँ देता है। ग्रामीण समुदायों को सशक्त करने के विचार से यह प्लेटफॉर्म ने दृढ़ता एवं स्थायित्व बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इसके मिशन में डेटा से सशक्त जानकारियों, कृत्रिम बौद्धिकता और उत्पादों तथा सेवाओं के संपूर्ण विस्तार के माध्यम से कृषि के लिए महत्वपूर्ण अव्यवस्थित श्रृंखला को जोड़कर कृषि में क्रांति लाना शामिल हैं, ताकि कृषि का क्षेत्र ज्यादा एकीकृत और प्रगतिशील भविष्य की ओर बढ़ सके।