श्रमिकों को सिलिकोसिस जैसी खतरनाक बिमारी से बचाने के लिए उठाए जा रहे एहतियातिक कदम

0
40

जल्द ही प्रदेशभर में 44 मोबाइल डिस्पेंसरी वैन को दिखाई जाएगी हरी झंडी

खनन, निर्माण स्थलों पर जाकर श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच करेगी मोबाइल वैन

पिछले 10 सालों में विभिन्न योजनाओं में श्रमिकों को मिला 2319 करोड़ रुपये का लाभ

चंडीगढ़, 12 जून – हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य और श्रम मत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि श्रमिकों को सिलिकोसिस जैसी खतरनाक बिमारी से बचाने के लिए जल्द ही 44 मोबाइल डिस्पेंसरी वैन शुरू की जाएगी। ये वैन खनन, निर्माण स्थलों या जहां भी सिलिकोसिस होने की संभावना बनी रहती है, उन स्थानों पर जाकर श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच करेगी, ताकि इस बिमारी का प्रथम चरण में ही पता लग सके और उन्हें उचित इलाज मुहैया करवाया जा सके। इसके लिए प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है जल्द ही इन वैन को हरी झंडी दिखाई जाएगी।

श्री मूलचंद शर्मा आज यहां श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभाग द्वार चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इंडस्ट्रीयल सेफ्टी एवं हेल्थ विंग को सुदृढ़ करें और फैक्ट्रियों में जाकर श्रमिकों के स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ कार्य अनुसार वातावरण की भी जांच करें। जिन फैक्ट्रियों में श्रमिकों को उचित वातावरण नहीं मिल रहा, उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए।

पिछले 10 सालों में विभिन्न योजनाओं में श्रमिकों को मिला 2319 करोड़ रुपये का लाभ

बैठक में जानकारी दी गई कि वर्ष 2009 से 2014 तक हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पंजीकृत श्रमिकों को केवल 26.24 करोड़ रुपये का ही लाभ दिया गया। जबकि वर्ष 2014 से 2019 तक 526 करोड़ रुपये और वर्ष 2019 से 2024 तक 1232.19 करोड़ रुपये का लाभ दिया गया है। वहीं, वर्ष 2009 से 2014 तक श्रमिक कल्याण बोर्ड के पंजीकृत श्रमिकों को केवल 64.19 करोड़ रुपये का ही लाभ दिया गया। जबकि वर्ष 2014 से 2019 तक 160.22 करोड़ रुपये और वर्ष 2019 से 2024 तक 401 करोड़ रुपये का लाभ दिया गया है। इस प्रकार कुल मिलाकर, पिछले 10 सालों में श्रमिकों को 2319 करोड़ रुपये का लाभ दिया जा चुका है।

बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में हरियाणा में ईएसआई के 4 राज्य अस्पताल- भिवानी, जगाधरी, सेक्टर-8 फरीदाबाद तथा पानीपत में संचालित हैं। इसके अलावा, गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद में ईएसआई निगम अस्पताल (केंद्र सरकार) भी चल रहे हैं। इतना ही नहीं, प्रदेश में ईएसआई की 86 डिस्पेंसरियों के माध्यम से श्रमिकों को स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

इनके अलावा, बहादुरगढ़, झज्जर में 100 बिस्तरों वालें तथा बावल, रेवाड़ी में 150 बिस्तरों वाले ईएसआई अस्पताल निर्माणाधीन है। बैठक में जानकारी दी गई कि 72 एंबुलेंस और 5 एडवांस लाइफ स्पोर्ट एंबुलेंस भी जल्द ही ईएसआई की स्वास्थ्य सेवाओं में जोड़ी जाएंगी।

बैठक में श्रम विभाग के प्रधान सचिव श्री राजीव रंजन, श्रम आयुक्त हरियाणा श्री मनी राम शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here