*सीवरेज जाम व सीवरेज का पानी घरों के अंदर आने की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एचएसवीपी के अधिकारी को तुरंत सीवरेज को ठीक करवाने के दिए निर्देश*
*उपायुक्त ने फैमिली आईडी में आय कम करवाने के लिए आय का सेल्फ एफिडेविट जमा करवाने की जिलावासियों से करी अपील*
पंचकूला, 18 जुलाई : उपायुक्त डाॅ यश गर्ग ने सरकार द्वारा निर्देशित समाधान शिविर में आज जिला के 40 लोगों की समस्याएं सुनी। उपायुक्त ने कुछ का मौके पर समाधान किया और बाकि के लिए संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर निदान करने के निर्देश दिए।
डाॅ. गर्ग ने सैक्टर-12ए निवासी अनिल की सीवरेज जाम होने से गंदा पानी घरों में प्रवेश करने व पीने के पानी में मिलने से फैल रही बीमारियों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारी को मौके का मुआयना कर शाम तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने व तुरंत सीवरेज को ठीक करवाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने राजीवपुर, बाबा भवन, सूरजपुर के लोगों की सडक रिपेयर व घरों के सामने पानी इक्कठा होने की समस्या पर तुरंत कार्यवाही करते हुए पीडब्लयूडी बीएंडआर के अधिकारियों को मौके का मुआयना कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने व काम शुरू करने के निर्देश दिए।
डाॅ. गर्ग ने सैक्टर-23 निवासी भगवती देवी की पार्क पर अवैध कब्जे से स्टोर बनाने की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एसडीओ को पुलिस को मौके पर साथ ले जाकर मुआयना करने व अवैध कब्जे को तुरंत हटाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने जीतराम की अपने बेटे के खिलाफ मारपीट व घर से निकाले जाने की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पुलिस उपायुक्त को तुरंत मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कारवाई करने के निर्देश दिए।
*उपायुक्त की जिलावासियों से अपील- आय का सेल्फ एफिडेविट करवाएं जमा*
उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों की आय फैमिली आईडी में ज्यादा दिखाई गई है और वो अपनी आय कम करवाना चाहते है। वे सभी लोग अपनी आय का सेल्फ एफिडेविट जमा करवाएं ताकि सर्वे कर उनकी समस्याओं का तुरंत निवारण किया जा सके और उनको सरकार की स्कीमों का समय पर लाभ मिल सके।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, एसडीएम गौरव चौहान, नगराधीश मन्नत राणा, जिला राजस्व अधिकारी डा. कुलदीप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी विशाल सैनी, कष्ट निवारण कमेटी के सदस्य राजेंद्र नुनिवाल, एसपी गुप्ता समेत पीडब्लयूडी बीएंडआर, वन विभाग, शिक्षा विभाग व अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद थे।