– महिलाओं के कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण की ओर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है हरियाणा सरकार : श्रीमति वंदना सिंह
– लर्निंग फ़ॉर लाइफ कार्यक्रम के तहत जिला की 2500 छात्राओं को प्रशिक्षित करने का है लक्ष्यगुरूग्राम, 18 जुलाई।
जिला में युवा नारी शक्ति के कौशल बल में वृद्धि कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी दिशा में हरियाणा के पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव तथा खेल मंत्री श्री संजय सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती वंदना सिंह ने वीरवार को हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट द्वारा, डियागो व टीएसएल फाउंडेशन के सहयोग से लर्निंग फ़ॉर लाइफ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस परियोजना का उद्देश्य आतिथ्य सेवाओं और मुख्य रूप से फ्रंट डेस्क मैनेजर के लिए 200 लड़कियों को नामांकित और प्रशिक्षित करना और उन्हें नौकरी प्रदान करना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती वंदना सिंह ने कहा कि
सरकार महिलाओं सहित सभी नागरिकों के लिए कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण की ओर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। जिसमें व्यवसाय के क्षेत्र में उन्हें मजबूती से स्थापित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उन्हें सब्सिडी भी दी जा रही है। श्रीमती वंदना ने कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर भारत की इमारत का मजबूत आधार हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश की महिलाओं ने वास्तव में असमानताओं और बहिष्कार की बाधाओं को तोड़ा है, वे अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आगे आई हैं, समाज के प्रति अपना समर्थन मजबूत किया है और देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने में मजबूती से शामिल रही हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं को रूढ़ियों का मुकाबला करके, असमानताओं और बहिष्कार को खत्म करके सबसे आगे आना चाहिए, यही सच्ची नारी शक्ति है। उन्होंने आगे कहा कि पारिस्थितिकी तंत्र विकसित होने के साथ-साथ मानसिकता भी बदल रही है और हमें अपनी महिलाओं को नए भारत की मांग को पूरा करने और इसके विकास में योगदान देने के लिए सशक्त बनाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी कम है और महिलाओं के लिए एक सुरक्षित पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और एक मजबूत नीति ढांचा तैयार करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं जो यह सुनिश्चित करे कि महिलाओं को सबसे आगे रखा जाए।
कार्यक्रम में हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के एडिशनल सीईओ गौरव सिंह ने बताया कि दो महीने के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सैद्धांतिक कक्षाएं, ऑन-जॉब प्रशिक्षण और प्रशिक्षण केंद्र में परिधान और फ्रंट ऑफिस सेट अप में सिमुलेशन, गतिविधि-आधारित शिक्षण, परियोजनाएं और आवधिक मूल्यांकन, अतिथि संकाय व्याख्यान और सफल प्लेसमेंट के लिए साक्षात्कार तैयारी सत्र शामिल होंगे। कार्यक्रम पूरा करने और मूल्यांकन मानदंडों को पूरा करने के बाद छात्रों को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम या समकक्ष सरकारी प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पहले बैच में 200 छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा।