पूछताछ जारी, लिया जाएगा पुलिस रिमांड पर
आरोपियो ने उत्तरी भारत में 9 वारदातों को किया कबूल, गैंग का सरगना शंकर भुल पहली बार हुआ है गिरफ्तार, सभी नेपाल के है रहने वाले।
फरीदाबाद- बता दे कि 27/28 जुलाई की रात को ग्रीनफील्ड कॉलोनी के एक मकान में महिला नौकरानी ने अपने अन्य साथियों को घर पर बुलाकर हथियार के बल पर सोने के 4 कड़े, गले का हर, 5 कान की बाली, 5 चेन, 3 अंगूठी, 2 ब्रेसलेट, हाथ का कड़ा, हीरे के दो पैंडल, ब्रेसलेट, अंगूठी, कान की बाली व 75000 नगद लूट की गई थी। जिस संबंध में थाना सूरजकुंड में मामला पंजीकृत किया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने हेमेंद्र कुमार मीणा, पुलिस उपायुक्त अपराध को आरोपियो को पकडने के दिशा निर्देश दिए। जिसपर पुलिस उपयुक्त अपराध के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा NIT की टीम ने 29 जुलाई को लूट की वारदात में शामिल महिला सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त अपराध हेमेंद्र कुमार मीणा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में महिला आरोपी पदमा उर्फ आरती उर्फ करिश्मा, मुख्य आरोपी शंकर भुल, दीपक सिंह, पल्लभ राज और बाल बहादुर सरकी का नाम शामिल है। सभी आरोपी मूल रूप से नेपाल के जिला कैलाली के रहने वाले हैं। सभी आरोपी मिलकर गैंग के रुप में कार्य करते है। इस गैंग का मुखिया शंकर भुल है।
पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि गैंग का मुखिया शंकर भुल शहर में मकानों पर खाना बनाने वाले अन्य नेपालियो से संपर्क करके किसी भी बडे घर पर खाना बनाने व काम करने के लिए महिला साथी को उपलब्ध कराकर नौकरी लगवाता था, इसके अतिरिक्त महिला साथी खुद भी संपर्क करके नौकरी पर लग जाती थी। इसके उपरान्त महिला नौकरानी मौका देखकर परिवार के खाने में नशीला पदार्थ खिलाकर सदस्यों को बेहोश करके अपने साथियों के साथ मिलकर घर से ज्वैलरी व नगदी की लूट/चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपी शंकर भुल नौकरी पर बदल-बदल कर लड़के/लड़कियों को भेजता था और योजना के तहत लूट व डकैती की वारदातों को अंजाम देता था।
इसी प्रकार गैंग के सरगना शंकर भुल ने 25 जुलाई को आरोपी महिला पदमा उर्फ आरती उर्फ करिश्मा को ग्रीन फील्ड कॉलोनी के मकान पर खाना बनवाने के लिए नौकरी पर लगवाया था। जुलाई 27/28 की रात के समय घर पर एक बुजुर्ग महिला व एक अन्य नौकरानी मौजूद थी इसी दौरान नौकरानी पदमा उर्फ आरती उर्फ करिश्मा ने फोनकर के अपने साथी शंकर भुल, दीपक सिंह, पल्लभ राज और बाल बहादुर सरकी को घर पर बुला लिया था। शंकर भुल और बाल बहादुर सरकी घर के अंदर आ गए तथा दीपक सिंह व पल्लभ राज घर के बाहर खडे हो गए, घर के अंदर आरोपियों ने हथियार दिखाकर ज्वैलरी व नगदी की लूट की वारदात को अंजाम देकर माल सहित मौका से फरार हो गए थे।
मामले की सूचना पर अपराध शाखाएं एक्शन में आगई। अपराध शाखा NIT की टीम ने मामले में कार्यवाही करते हुए आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तथा अपने गुप्त सूत्रों व तकनीकी साहयता से महिला सहित पांच आरोपियों को बदरपुर बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि गैंग के सरगना ने अपने अलग-अलग साथियों के साथ उत्तरी भारत में 9 वारदातों को अंजाम दिया है इन वारदातों में 2 फरीदाबाद, 3 गुरुग्राम, 2 दिल्ली, 1-1 जयपुर औऱ लुधियाना की वारादात शामिल है। वारदात के दौरान शंकर भुल अलग-अलग साथियों को गैंग में शामिल करता था। गैंग का सरगना शंकर भुल अभी तक वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर था वह किसी भी मामले में गिरफ्तार नही हुआ था। गैंग के सभी सदस्य नेपाल के कैलाली जिला के रहने वाले है।
मामले में आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया जाकर लूट के आभूषण व नगदी बरामद की जाएगी तथा वारदात में प्रयोग किए गए हथियार को भी बरामद किया जाएगा।