आयुष विभाग के अनुभवी चिकित्सकों डा. पिंकी, डा. जगीर सिंह, डा. स्मृति व डा. मोनिका पुनिया द्वारा आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से शिविर में उपस्थित वृद्धजनों के स्वास्थ्य की जांच की। कैम्प में हमारे चिकित्सकों द्वारा वृद्धजनों की दृष्टि, श्रवण, छाती एवं जोड़ों से संबंधित बीमारियों का मूल्यांकन किया गया। इस दौरान वृद्धजनों की बीपी, शुगर एवं हीमोग्लोबिन की जांच भी की गई। विशेष वृद्धजन निशुल्क चिकित्सा शिविर में आयुर्वेद एवं होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से कुल 184 वृद्धजनों को स्वास्थ्य लाभ दिया गया। संदीप पूनिया, पुष्पा, रीना व अनुराधा अग्रवाल फार्मासिस्टों द्वारा वृद्धजनों को आवश्यक औषधियां भी वितरित की गई तथा अनुभवी चिकित्सकों द्वारा वृद्धजनों को हमारे घरेलू प्रयोग होने वाली जड़ी बूटियों के बारे में एवं औषधीय पौधों जैसें नीम, तुलसी, आंवला, गिलोय इत्यादि के बारे में जानकारी देने के साथ साथ औषधीय पौधें वितरित किए गए। कैम्पों में आये हुए वृद्धजनों को आयुष योग सहायकों द्वारा योग के माध्यम से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया गया।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी के मार्गदर्शन में जिले में कार्यरत सभी आयुष्मान आरोग्य मन्दिरों में वृद्धजनों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विशेष वृद्धजन निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन निरन्तर किया जा रहा है। आगामी यह विशेष वृद्धजन शिविर 9 व 11 अगस्त को आयुष्मान आरोग्य मन्दिर लोहार माजरा, 10 अगस्त को आयुष्मान आरोग्य मन्दिर खरकाली व सारसा तथा 14 अगस्त को आयुष्मान आरोग्य मन्दिर मुर्तजापुर, स्योन्सर व बनी में आयोजित किया जाएगा।