पुलिस आयुक्त ओपी नरवाल ने लघु सचिवालय सेक्टर 12 सभागार में आयोजित क्राइम रिव्यू मीटिंग में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को आगामी विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए चुनाव शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवाने, नशाखोरी पर अंकुश, महिला सुरक्षा, कानून व यातायात व्यवस्था में सुधार, साइबर अपराध पर रोकथाम, पीड़ित की सुनवाई व शिकायत का समयबद्ध निवारण, कराने के संबंध में दिए आवश्यक दिशा निर्देश

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अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखते हुए मोस्ट वांटेड, पीओ तथा बेल जंपर की अधिक से अधिक गिरफ्तारी कर चुनाव के दौरान साधारण पोलिगं बुथ के अलावा वल्नरेबल और क्रिटिकल पोलिंग बूथ पर कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए :- पुलिस आयुक्त

चुनाव कराने के लिए 3 कम्पनी मांगी गई है जो जल्द फरीदाबाद पुलिस का सहयोग करने के लिए पहुंचेगी।

फरीदाबाद पुलिस द्वारा दिल्ली व उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर चेकिंग के लिए नाके लगाए जाएगे।

फरीदाबाद: सेक्टर 12 लघु सचिवालय स्थित सभागार में पुलिस आयुक्त श्री ओपी नरवाल ने सभी डीसीपी, एसीपी, क्राइम ब्रांच, थाना व चौकी प्रभारी, यातायात पुलिस तथा अन्य संबंधित पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग आयोजित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मीटिंग में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित कर आदर्श आचार संहिता का पालन करवाने, साइबर अपराधों पर लगाम,अपराध पर अंकुश, नशाखोरी पर लगाम और महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। इस मीटिंग में डीसीपी हेडक्वार्टर अभिषेक जोरवाल, डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा, डीसीपी सेंट्रल जसलीन कौर, डीसीपी एनआईटी कुलदीप सिंह, डीसीपी बल्लबगढ़ अनिल कुमार, डीसीपी ट्रैफिक उषा सहित सभी एसीपी, क्राइम यूनिट, थाना व चौकी प्रभारी तथा कार्यालयों के पुलिस कर्मचारी उपस्थित रहे।

कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा :-

पुलिस आयुक्त ने मीटिंग के दौरान बताया कि 16 अगस्त को चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की घोषणा करते ही आदर्श आचार संहिता लग चुकी है जिसमें चुनाव आयोग के आदेशानुसार नियमों का पालन करवाना अति आवश्यक है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान शहर और गांव के सभी बुथ का दौरा किया जाएगा तथा साधारण पोलिंग बूथ के अलावा वल्नरेबल तथा क्रिटिकल पोलिंग बूथ पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। चुनाव के दौरान आपराधिक किस्म के व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। इसके अलावा मोस्ट वांटेड, उद्घोषित अपराधी, बेल जंपर इत्यादि की गिरफ्तारी की जाएगी। असामाजिक तत्वों पर भी निगरानी रखी जाएगी। चुनाव के दौरान अपराधिक तत्वों द्वारा सामाजिक माहौल बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा। नशा तस्करों तथा सट्टा खेलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके उन्हें सलाखों के पीछे भेजने का काम करें। चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ फरीदाबाद पुलिस के एसीपी स्तर के अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई है जो चुनाव के दौरान चुनाव आयोग द्वारा करवाए जाने वाले विधानसभा चुनाव में विभिन्न प्रकार की तैयारी करेंगे। आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अपराधी गतिविधियों पर लगाया जाए पूर्णत: प्रतिबंध:-

पुलिस आयुक्त द्वारा क्राइम रिव्यू मीटिंग कर क्राइम ब्रांच, थाना व चौकी प्रभारियों को आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए। पुलिस अधिकारियों को उनके एरिया में लगातार पेट्रोलिंग करके आपराधिक गतिविधियों पर निगरानी रखने और संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों को चेक करने के बारे में निर्देशित किया गया है।

साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के दिए निर्देश:-

पुलिस आयुक्त ने कहा कि आजकल देखने में आया है कि स्टॉक मार्केट में मोटा मुनाफा कमाने के नाम पर या लॉटरी या ऑनलाइन टास्क देकर आमजन के साथ साइबर ठगी की वारदातें बढ़ रहे हैं। पुलिस द्वारा आमजन को इस बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है परंतु फिर भी साइबर अपराधी भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। इसके लिए लोगों को साइबर अपराध के बारे में और अधिक जागरूक होना आवश्यक है जिसके लिए पुलिस द्वारा चलाए जा रहे साइबर जागरूकता कार्यक्रमों पर ओर अधिक बल देने की आवश्यकता है। पुलिस अधिकारी अपने एरिया में अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाए ताकि इसकी जानकारी अधिक लोगों तक पहुंच सके और वह साइबर अपराधों के प्रति जागरूक हो। साइबर ठगी के मामले में 1930 पर कॉल करें।

युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने के लिए जागरूकता अभियान और नशा तस्करों को पकड़वाने के लिए आमजन से अपील:-

पुलिस आयुक्त ने कहा कि युवा पीढ़ी नशे के दलदल में धस्ती जा रही है और खेलों के प्रति उनका रुझान कम हो रहा है इसलिए उन्हें नशे के दुष्परिणाम के बारे में जागरूक करना अति आवश्यक है। इसलिए सभी पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता अभियान चलाएं और उन्हें नशे से बचाव के बारे में जानकारी प्रदान करें। नशा तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस आयुक्त ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि नशा तस्करों के बारे में सूचना लेकर आप पुलिस का सहयोग कर सकते हैं। नशा तस्करों को पुलिस को पकड़वाकर आपके साथ-साथ आपके समाज को भी फायदा होगा। नशा तस्करों के बारे में सूचना देने के लिए 9050891 508 पर संपर्क कर सकते हैं। नशा तस्कर के बारे में सूचना देने वाले को उचित इनाम दिया जाएगा और उसकी पहचान भी गुप्त रखी जाएगी।

यातायात नियमों तथा सड़क सुरक्षा के प्रति चलाए जाएंगे जागरूकता अभियान:-

सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए वाहन चालकों का सड़क सुरक्षा तथा यातायात नियमों के प्रति जागरूक होना अति आवश्यक है। वाहन चालक यातायात नियमों का पालन नहीं करते जिसकी वजह से वह सड़क दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं। डीसीपी ट्रैफिक को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि फरीदाबाद पुलिस द्वारा विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं जिसमें वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति के बारे में जानकारी दी जाए कि वह किस प्रकार सड़क दुर्घटना से अपने आप को बचा सकते हैं और सड़क दुर्घटना घटित होने पर किस प्रकार वह दुर्घटनाग्रस्त लोगों की मदद कर सकते हैं। यातायात नियमों की उल्लंघना करने वालों को खिलाफ शक्ति बरते। यातायात सहायता के लिए 0129 2267201 पर संपर्क करें

झूठी शिकायत देने वालों के खिलाफ की जाएगी सख्त कानूनी कार्रवाई:-

झूठी शिकायत देकर पुलिस तथा अदालत का समय बर्बाद करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की निर्देश दिए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि यदि किसी महिला/ व्यक्ति द्वारा एक ही आरोप की शिकायत एक से अधिक बार अलग-अलग लोगों के खिलाफ दी जाती है तो उसकी अच्छे से जांच कर ले और यदि यह पाया जाता है कि उस व्यक्ति ने झूठी शिकायत दी है और वह किसी निर्दोष को झूठे मुकदमे में फसाना चाहता है तो उसके खिलाफ 182 के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई करें ताकि सरकारी कर्मचारियों का समय बच सके और किसी निर्दोष को सजा न हो।

पेंडिंग शिकायत का जल्द से जल्द करें निपटारा:-

आमजन की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका समय पर निपटारा किया जाए। किसी भी माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर प्रभारी संज्ञान ले और जिम्मेवारी के साथ निवारण करवाया जाए। किसी भी कार्य को करते समय कानूनी प्रक्रिया का पालन करना अति आवश्यक है। अनुसंधान अधिकारी अपने पास पेंडिंग पड़ी शिकायतों का जल्द से जल्द निवारण करें तथा पीड़ित की शिकायत को गंभीरता से सुनकर निष्पक्ष तरीके से जांच की जाए ताकि पीड़ित को न्याय दिलवाया जा सके।

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