यह संस्थान न केवल दिव्यांग बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि हिमाचल प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक उत्तम प्रयास भी है।
हमारा लक्ष्य है कि शिक्षा को हर वर्ग के लिए सुलभ बनाकर आत्मनिर्भर देवभूमि के संकल्प को साकार किया जाए।