एनडीआरएफ बठिंडा की सातवीं वाहिनी की ओर से गांव सिसाना में जागरूकता आपदा शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में दौरान एनडीरआरएफ टीम के इंचार्ज ओएम बिश्रोई ने बताया कि आपदा के समय जब तक कोई मदद आपके पास नहीं पहुंचती तब तक आप अपने पास मौजूद संसाधनों का इस्तेमाल करके कैसे अपनी जान बचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम द्वारा 14 अगस्त तक जिला के विभिन्न गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके कि आपदा के सभी किस प्रकार अपनी सुरक्षा करने के साथ-साथ दूसरे लोगों की सुरक्षा करनी है।
उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि बाढ़ आने के बाद किस प्रकार आपको अपना बचाव करना। उस समय अगर कोई डूब रहा है तो उसको कैसे बचाएं और अगर वह बेहोस है तो उसके शरीर से किस प्रकार पानी निकाले और उसे किस प्रकार सांस दें इन सके बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया गया। इस दौरान उप-निरीक्षक राकेश ने ग्रामीणों को आग कितने प्रकार की होती है, आग बुझाने का तरीका, आग निवारण यंत्र चलाने का तरीका, मेडिकल फिटनेस, मौके पर स्ट्रेक्चर बनाना, पानी में डूबने पर बचाव करना तथा इंप्रोवाइज डिवाइस व श्वास के बारे में जानकारी दी। टीम ने एनडीआरएफ व उसके कार्य के बारे में बताया तथा डेमो दिया गया। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा के समय लोगों को बचाने के लिए युवाओं की अहम भूमिका रहती है इसलिए आज के समय प्रत्येक युवा को आपदा के बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है।