तीन दिन चली कार्यशाला में स्वास्थ्य अधिकारियों ने सीखे आपदा प्रबंधन के टिप्स
मंडी 14 अक्तूबर। क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए आयोजित अस्पताल सुरक्षा व अस्पताल आपदा प्रबंधन प्लान कार्यशाला संपन्न हो गई। कार्यशाला का आयोजन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी द्वारा गैर सरकारी संस्था बाल रक्षा भारत और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आपदा में चिकित्सकों को स्वास्थ्य सुविधाओं के सुधार के लिए रणनीति विकसित करने के लिए किया गया था। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए डीडीएमए के कार्यकारी अधिकारी एवं एडीएम मंडी डॉ मदन कुमार ने भाग लेने वाले सभी चिकित्सकों से आग्रह किया कि वह यहां दी गई जानकारी को अपने क्षेत्र में उतारें तभी ऐसी कार्यशालाओं का लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हर जीवन महत्वपूर्ण है और इसे बचाना हमारा दायित्व है। यही मानवता भी है। कार्यशाला में स्वास्थ्य, आयुष और पशुपालन विभाग स्वास्थ्य अधिकारियों ने आपदा प्रबंधन के टिप्स सिखे। कार्यशाला में 49 चिकित्सकों ने भाग लिया।
बाल रक्षा सहयोग की प्रतिनिधि डॉ तन्वी, मोहम्मद आसिफ और सुनील कुमार ने बच्चों के स्वास्थ्य पर आपदाओं का प्रभाव बारे विस्तृत जानकारी दी। स्वास्थ्य सुविधाओं को कैसे तैयार किया जाए कि आपदा के समय लोगों की सहायता के लिए त्वरित प्रतिक्रिया हो।
कार्यशाला के समापन अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेन्द्र भारद्वाज, डॉ पवनेश, डीडीएमए से प्रीति नेगी और अमरजीत उपस्थित रहे।