सामुदायिक पुलिसिंग टीम ने S&P थ्रेड्स प्राइवेट लिमिटेड में कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा, नशे के दुष्प्रभाव, और सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी देकर किया जागरुक

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फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल IPS, के निर्देशानुसार, डीसीपी हेडक्वार्टर अभिषेक जोरवाल के मार्गदर्शन में सामुदायिक पुलिसिंग सेल टीम द्वारा “पुलिस की पाठशाला” का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में S&P थ्रेड्स प्राइवेट लिमिटेड में कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा, नशे के दुष्प्रभाव, और सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया है।

पुलिस टीम ने साइबर फ्रॉड पर चर्चा के दौरान, कर्मचारियों को बताया गया कि साइबर अपराधी किस प्रकार लालच और डर का उपयोग करके अपराधों को अंजाम देते हैं। सोशल मीडिया सुरक्षा के लिए प्रोफाइल को लॉक रखने, अनजान व्यक्तियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करने, पासवर्ड को नियमित रूप से बदलने, और टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखने की हिदायत दी गई। आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का उपयोग सुरक्षित तरीके से करने के लिए आधार की वेबसाइट पर जाकर बायोमेट्रिक को केवल आवश्यकतानुसार सक्षम और अक्षम करने का सुझाव दिया गया।

इसके अतिरिक्त, साइबर अपराधियों द्वारा मोबाइल नंबरों का दुरुपयोग रोकने के लिए “संचार साथी पोर्टल” पर जाकर यह चेक करने के निर्देश दिए गए कि किसी के नाम पर कितने मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हैं, और यदि कोई अनधिकृत सिम पाया जाए तो उसकी शिकायत उसी पोर्टल पर दर्ज की जा सकती है। साइबर अपराध घटित होने की स्थिति में साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करने और साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करने की जानकारी दी गई। सभी को बताया गया कि सतर्कता और जागरूकता ही साइबर अपराध से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है और सभी को मिलकर एक-दूसरे को जागरूक करने की आवश्यकता है।

नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया। कर्मचारियों को बताया गया कि समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए। यदि किसी के आसपास कोई अवैध नशे का व्यापार हो रहा है तो उसकी सूचना तुरंत हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हेल्पलाइन 9050891508 पर दी जानी चाहिए।

सड़क सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और सभी को सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। “गुड समैरिटन रूल” के बारे में बताया गया, जिसके अंतर्गत दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को किसी प्रकार की कानूनी परेशानी नहीं होती। साथ ही, आपात स्थिति में त्वरित सहायता के लिए डायल 112 पर कॉल करने की सलाह दी गई और “इंडिया 112” ऐप के उपयोग के बारे में विस्तार से समझाया गया।

सभी कर्मचारियों को हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई “ट्रिप मॉनिटरिंग सिस्टम” के बारे में भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में, सभी को शपथ दिलाई गई कि वे समाज को अपराध मुक्त, नशा मुक्त, और सड़क दुर्घटना मुक्त बनाने में पुलिस का सहयोग करेंगे और अपने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करेंगे। जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को सुरक्षित और अपराध मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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