जहरीले सांप (कोबरा) के काटने से घायल 1-वर्षीय बच्चे कोफोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद में बचाया गया

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जहरीले सांप (कोबरा) के काटने से घायल 1-वर्षीय बच्चे को
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद में बचाया गया
इलाज के लिए अस्पताल आए परिजन इस विषैले सांप को भी जिंदा पकड़कर लाए थे ताकि उसकी पहचान कर इलाज में आसानी हो
फरीदाबाद, 31 जुलाई, 2025: फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पीटल, फरीदाबाद के डॉक्टरों ने एक दुर्लभ और जीवनघातक साबित हो सकने वाले आपातकालीन मामले में तत्काल उपचार कर 1-वर्षीय बच्चे को बचा लिया है। इस बच्चे को अत्यंत विषैले सांप (कोबरा) ने काट लिया था और तत्काल उपचार नहीं मिलने पर 30 मिनट के अंदर घायल की मृत्यु भी हो सकती है। इस बच्चे को अर्ध-बेहोशी की अवस्था में जब अस्पताल लाया गया था तब उसे सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी, शरीर पर काफी सूजन थी और दांए पैर का निचला हिस्सा नीला पड़ने लगा था।
डॉ अमित गुप्ता, डायरेक्टर, पिडियाट्रिक्स, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद तथा डॉ मोहसिन खान, सीनियर कंसल्टेंट, जीआई, मिनीमल एक्सेस एंड बेरियाट्रिक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद के नेतृत्व में डॉक्टरों की मल्टी-डिसीप्लीनरी टीम ने तत्काल जहर खत्म करने की दवा मरीज को दी, घाव को साफ कर सांप के काटने से क्षतिग्रस्त हुई त्वचा को हटाया। अस्पताल में आठ दिनों तक उपचार के बाद उसे स्थिर हालत में छुट्टी दे दी गई।
बच्चे को उसके घर में ही सांप द्वारा काटे जाने के बाद उसके परिजन तत्काल उसे फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद की इमरजेंसी में लेकर आए। इतना ही नहीं, उन्होंने जिंदा सांप को भी पकड़कर एक जार में बंद कर लिया जिसे देखकर डॉक्टरों ने उस सांप की पहचान कर जल्द उपचार शुरू किया।
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद में जब इस शिशु को भर्ती कराया गया था तो उसकी हालत गंभीर थी जो लगातार बिगड़ रही थी – वह अर्ध बेहोशी में था, मुंह से झाग निकल रहे थे और उसे सांस लेने में भी काफी तकलीफ थी। इमरजेंसी टीम ने तुरंत जहर खत्म करने की दवा दी और सांस की तकलीफ के चलते उसे वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा। जिस स्थान पर सांप ने काटा था वहां इंफेक्शन का खतरा था और आसपास की त्वचा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी क्योंकि सांप के जहर का सबसे अधिक असर इसी स्थान पर पड़ा था। सर्जिकल टीम ने घाव को साफ किया और प्रभावित टिश्यू को निकाला ताकि इंफेक्शन को फैलने से रोका जा सके। इस मामले में परिजनों द्वारा बिना देरी किए बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने और वहां डॉक्टरों द्वारा तुरंत उपचार दिए जाने का नतीजा है कि इस शिशु की प्राण रक्षा हो सकी।
मामले की और जानकारी देते हुए, डॉ अमित गुप्ता, डायरेक्टर, पिडियाट्रिक्स, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद ने बताया, “शिशु की कम उम्र और सांप के जहर के चलते यह काफी गंभीर मामला था। इस जहरीले सांप (कोबरा) का जहर काफी खतरनाक होता है क्योंकि यह सीधे नर्वस सिस्टम पर असर करता है जिससे पूरा शरीर लकवाग्रस्त हो जाता है और श्वसन तंत्र भी बेकार पड़ जाता है। बच्चे अक्सर इस सांप-दंश का शिकार बनते हैं, ऐसे में तत्काल मेडिकल उपचार बेहद महत्वपूर्ण होता है। यदि समय पर उपचार न किया जाए, तो सांस रुक सकती है और मृत्यु भी हो सकती है। अस्पताल में तुरंत एंटी-वेनम (सांप के जहर से बचने की दवा) दिया गया और वेंटीलेटर सपोर्ट से बच्चे को स्थिर किया गया। हमें बेहद खुशी है कि इस शिशु की चमत्कारिक रूप से रिकवरी हुई।”
डॉ कृष्ण कुमार, हेड ऑफ इमरजेंसी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद ने कहा, “जब इस बच्चे को इमरजेंसी यूनिट में लाया गया, तो वह लगभग बेहोश था और उसे सांस लेने में भी काफी परेशानी हो रही थी। इस शिशु को स्थिर करना काफी चुनौतीपूर्ण था। लेकिन उसके परिवार के सदस्यों द्वारा सांप को जिंदा पकड़कर अस्पताल लाने का एक बड़ा फायदा यह हुआ कि हम बिना समय गंवाए उसकी पहचान कर सके, जो कि एक कोबरा था और बिना किसी देरी के उपचार शुरू कर सके। एक-एक सेकंड कीमती था और हमारी टीम ने बिना मामले को जटिल बनाए मरीज को जरूरी उपचार दिया। सांप की तुरंत पहचान होने से शीघ्र उपचार शुरू किया जा सका और बच्चे का जीवन बचाया गया।”
डॉ मोहसिन खान, सीनियर कंसल्टेंट, जीआई, मिनीमल एक्सेस एंड बेरियाट्रिक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद ने कहा, “जिस स्थान पर सांप ने काटा था उसके आसपास के हिस्से पर संक्रमण था और नरम टिश्यू भी क्षतिग्रस्त हो गए। इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए, हमने तत्काल घाव को साफ किया और क्षतिग्रस्त हो चुकी त्वचा को हटाया। यह काफी नाजुक मामला था और अस्प्ताल के विभिन्न विभागों की सहायता से हम सर्वोत्तम संभव परिणाम हासिल कर सके।”
डॉ योगेंद्र नाथ अवधीया, फेसिलटी डायरेक्टर, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पीटल, फरीदाबाद ने कहा, “यह कॉफी नाजुक और गंभीर मामला था, बच्चे की कम उम्र और सांप के जहर के चलते यह काफी जटिल हो गया था। लेकिन डॉ अमित गुप्ता, डॉ कृष्ण कुमार तथा डॉ मोहसिन खान ने मिलकर बेहद सटीक तरीके से इस मामले में उपचार किया। ऐसे आपातकालीन मामलों में अक्सर तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है, और सभी के तालतेल से बेहतर परिणाम सुनिश्चित किए जाते हैं। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पीटल फरीदाबाद इस प्रकार की चुनौतीपूर्ण परिस्थतियों से निपटने के लिए जरूरी साधनों से सुसज्जित है।”

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