सेमिनार में स्ट्रोक और पेट की बीमारियों के प्रति किया जागरूक

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फरीदाबाद, 23 नवंबर। सेक्टर 12 स्थित एक होटल में एकॉर्ड अस्पताल तथा डॉक्टर्स फोरम फरीदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में अनेक डॉक्टरों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी व हेपेटोलॉजी विभाग के चेयरमैन डॉ. आरसी सोनी मौजूद रहे। डॉ. गुप्ता ने कहा कि ठंड के मौसम में स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है, खासकर जिन्हें पहले से मस्तिष्क संबंधी बीमारियां है, क्योंकि शरीर में रक्त संचार कम हो जाता है, ब्रेन की नसे सिकुड़ने लगती है। ऐसे में नियमित दवाइयां और व्यायाम काफी लाभदायक होता है। डॉ. सोनी ने कहा कि ठंड में लोग तला भुना भोजना ज्यादा करते हैं। बाहर का जंक फूड ज्यादा खाते हैं जिससे पेट में दर्द सहित अनेक समस्याएं शुरू हो जाती है। इनसे बचना चाहिए, बीमारी होने पर घबराने की बजाय समय पर जांच करना कर बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है। दोनों ने कहा कि आज डॉक्टरों को इलाज की नई तकनीकों और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम में उपस्थित न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. संदीप घोष ने स्ट्रोक के इलाज में हो रही नई प्रगति पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समय पर इलाज और आधुनिक तकनीक से स्ट्रोक के मरीजों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि एकॉर्ड अस्पताल में स्ट्रोक के इलाज की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं।
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. तन्वी सावंत ने पेट और लिवर से जुड़ी बीमारियों के इलाज में हो रही नई तकनीकों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नई जांच और इलाज की सुविधाओं से मरीजों को पहले से ज्यादा राहत मिल रही है।
सेमिनार के दौरान फोरम प्रमुख डॉ. नरेश जिंदल सहित अन्य डॉक्टरों ने सवाल-जवाब किए गए।

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