शिमला 11 सितंबर – हिमाचल राज्य आयुर्वेद एवं युनानी बोर्ड की मीटिंग निदेशक आयुष एवं अध्यक्ष हिमाचल राज्य आयुर्वेद एवं युनानी बोर्ड डाॅ निपुण जिन्दल, (आईएएस) की अध्यक्षता में आयुष निदेशालय शिमला में सम्पन हुई जिसमें बोर्ड के नामित सदस्य डा0 सुनीत पठानियां, डा0 राजेन्द्र शर्मा, डा0 दिनेश कुमार, डा0 अखतर अब्बास, श्री अरविन्द कुमार व सरकारी सदस्यों में डा0 राजेश शर्मा उपनिदेशक व वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से डा0 विजय चैधरी प्रधानाचार्य राजीव गांधी राजकीय आयुर्वेद स्नातकोतर महाविद्यालय पपरोला के अतिरिक्त विशेष आमन्त्रित सदस्य श्रीमति हेमलता कश्यप, श्रीमति मीनाक्षी उपस्थित रहे यह जानकारी हिमाचल राज्य आयुर्वेद एवं युनानी बोर्ड के रजिस्ट्रार डा0 राजेश शर्मा ने दी। प्रैस के नाम जारी व्यक्तव्य में डा0 राजेश शर्मा ने बताया की सर्वप्रथम बैठक में वर्ष 2019-20, 2020-21, 2021-22 व 2022-23 का बोर्ड द्वारा आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत कर पारित किया गया । इसके अतिरिक्त आयुर्वेद एवम युनानी बोर्ड एक्ट 1968 व 1977 में आवश्यक संशोधन प्रस्तुत किया और बोर्ड में नियमित पद भरने के लिए भी बोर्ड से संस्तुति प्राप्त की । डा0 राजेश शर्मा ने बताया कि उक्त विषय की विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपी जायगी तदोपुरान्त हिमाचल राज्य आयुर्वेद एवं युनानी बोर्ड के नियम भारतीय राष्ट्रीय चिकित्सा पद्धति आयोग के अनुसार बनाऐ जायेंगे ।
बोर्ड के सभी सदस्यों ने एकमत से रजिस्ट्रेशन के शुल्क में कोई भी बढ़ोतरी न करने की अनुशंसा की । इसके अतिरिक्त प्राइवेट प्रैक्टीशनर की चिकित्सा दक्षता के लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के बारे में प्रस्ताव पारित किया ।
रजिस्ट्रार डा0 राजेश शर्मा ने हिमाचल राज्य आयुर्वेद एवं यूनानी बोर्ड के सभी कार्य में पूर्ण डिजिटलाइजेशन के संबंध में बोर्ड सदस्यों को जानकारी दी जिसमें आयुर्वेदिक प्रैक्टनीशनर व आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट के पंजीकरण व नवीनीकरण को ीचंलनेीइवंतकण्वतह पोर्टल पर, पंजीकरण समाप्ति पर नवीनीकरण के लिए एस. एम.एस. सुविधा, रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण सर्टिफिकेट को डाउनलोड करने की सुविधा, पता बदलने की सुविधा, एन.ओ.सी. व पंजीकरण रद्ध करने की सुविधा के अतिरिक्त हिमाचल ओनलाईन सेवा पोर्टल सुविधा इत्यादि प्रदान की जा रही है ।