-कृषकों को कपास में गुलाबी सुंडी बीमारी की रोकथाम के दिए टिप्स
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पलवल द्वारा कपास की फसल को लेकर खंड पलवल के गांव धतीर में शुक्रवार को किसान मेले का आयोजन किया गया। इस किसान मेले में सैकड़ों किसानों ने भाग हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में कृषि विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों के अधिकारी भी किसानों को जागरूक करने के लिए पहुंचे। इस मौके पर डा. विनोद मोहन ने किसानों को बताया कि कपास की फसल को प्रदेश सरकार द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है। इसलिए उन्होंने कपास की फसल के उत्पादन को बढ़ाने के लिए किसानों को फसल में लगने वाले विभिन्न प्रकार के कीट एवं उनके प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। मौके पर ही कपास की फसल में लगने वाली गुलाबी सुंडी बीमारी के बारे में जागरूक भी किया गया। गुलाबी सुंडी का लार्वा कपास के बीज कोर्षों को खाने के अलावा फूलों व उसकी कलियों को खा जाता है। यह कीट कपास के बीजों को लिंट के माध्यम से बीजकोर्षों में छेद कर देता है। संक्रमित कलियां और अपरिपक्व बीजकोष बहुत जल्दी गिर जाते है। फसल में गुलाबी सुंडी बीमारी आने पर कृषि विशेषज्ञों की सलाह अनुसार दवाइयों का छिडक़ाव करें। बारिश के मौसम को ध्यान में रखकर कपास के खेतों में जल निकासी की व्यवस्था अच्छी रखें। इसके साथ-साथ किसानों को धान, बाजरा, ज्वार जैसी खरीफ की फसलों के विषय में भी अवगत कराया गया। किसानों को कृषि विभाग की अन्य मेरी फसल मेरा ब्यौरा, नारी शक्ति से जल शक्ति, बाजरा भावंतर, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, कृषि यंत्र व मशीनरी पर अनुदान के साथ-साथ बागवानी फसलों व पशुपालन संबंधित योजनाओं का कृषि व पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने विस्तारपूर्वक जानकारी देकर जागरूक किया।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपमंडल अधिकारी कुलदीप सिंह ने कार्यक्रम में आए हुए सभी किसानों का आभार व्यक्त किया। कृषि विभाग के अधिकारीयों का ग्रामीणों ने गांव में किसान मेला आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए समय समय पर इस प्रकार के किसान जागरूकता शिविर लगाने की मांग की।
किसान मेले में कृषि विज्ञान केंद्र भूपानी से डा. विनोद मोहन, उपमंडल अधिकारी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग कुलदीप सिंह, पशु विज्ञान केंद्र्र से डा. रेखा दहिया, सहायक कृषि अभियंता कार्यालय से ए.डी.ओ. श्री जय सिंह, खंड तकनीकी प्रबंधक पलवल सुंदर सिंह, सहायक तकनीकी प्रबंधक पलवल अतुल कुमार शर्मा, राजेंद्र सिंह, राकेश सिंह सहित गांव के पूर्व सरपंच बच्ची उर्फ सोहनपाल, हरकेश, राजेंद्र मेंबर, चरणजीत, हंसराज, मुकेश, मंगल, गोपाल व विजय आदि किसानों ने भाग लिया।