फरीदाबाद, 9 नवम्बर– फरीदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन (एफएमए) ने होटल पार्क प्लाजा, फरीदाबाद में “विकसित भारत समिट और अवार्ड्स 2024” का आयोजन किया। इस समिट का थीम “राष्ट्र निर्माण और आर्थिक सशक्तिकरण में नेतृत्व उत्कृष्टता” था, जिसमें उद्योग के नेताओं और समाजिक बदलाव के पैरोकारों ने भाग लिया, जो भारत की सामाजिक-आर्थिक प्रगति को गति देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
समिट की शुरुआत एफएमए की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट चारू स्मिता मल्होत्रा के उद्घाटन संबोधन से हुई, इसके बाद एफएमए की अध्यक्ष श्रीमती सलोनी कौल ने प्रेरणादायक उद्घाटन भाषण दिया, जिसने पूरे कार्यक्रम के लिए एक सकारात्मक दिशा दी। इसके बाद डॉ. राज नेहरू, श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने अपने संबोधन में कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया, जो राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
समिट की संचालन की जिम्मेदारी मोनिका आनंद, जनरल सेक्रेटरी एफएमए और अकादमिक अलायंस की चेयरपर्सन, ने पूरी तरह से संभाली।
मुख्य भाषण श्री सुधांशु मणि, “वंदे भारत एक्सप्रेस” के पिता के रूप में प्रसिद्ध, ने दिया। उन्होंने राष्ट्रीय प्रगति में नवाचार और लोगों की भूमिका पर विचार साझा किए। अन्य प्रमुख वक्ताओं में सीमा झिंगन, लैक्स काउंसिल की संस्थापक, जिन्होंने “व्यवसायों को कानूनी ढांचे के माध्यम से सशक्त बनाना” पर चर्चा की, और डेबासिस सतपथी, एनबीसीसी इंडिया, जिन्होंने “महाभारत से नेतृत्व के पाठ” पर प्रकाश डाला। बिनी किन्हा, नेक्टर फ़ैक्टर फाउंडेशन के संस्थापक, ने “भारत का सतत भविष्य” पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस समिट में “विकसित भारत कॉर्पोरेट, व्यक्तिगत और नेशन बिल्डर्स एक्सीलेंस अवार्ड्स” भी प्रस्तुत किए गए, जिसमें भारत की प्रगति में योगदान देने वाले प्रमुख व्यक्तित्वों और संगठनों को सम्मानित किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रमुख हस्तियों में थे:
-कुर्तिक शर्मा- युवा दृष्टिवादी नेता पुरस्कार
-एल. वेंकटा सुब्रमणियम- राष्ट्रीय कौशल विकास में उत्कृष्टता पुरस्कार
-डॉ. सविता दत्त- सामुदायिक सशक्तिकरण चैंपियन पुरस्कार
-सर्ताज लांबा- वेलनेस एडवोकेट पुरस्कार
-राजीव चौला- एसएमई नेतृत्व में उत्कृष्ट योगदान पुरस्कार
-मनोव रचना ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन्स- ज्ञान में उत्कृष्ट योगदान पुरस्कार
-श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी- व्यावसायिक प्रशिक्षण नेतृत्व पुरस्कार
इसके अलावा अन्य सम्मानित व्यक्तियों में एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटीड, डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, और अमास स्किल वैंचरस को भी उनके इंजीनियरिंग, एसएमई विकास, और श्रमिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अन्य पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में जितिन उप्पल (पायनियर इंटरप्राइजिज) को रोड सेफ्टी में ट्रेलब्लेज़र अवार्ड और कोमल रैना कौल को वेलनेस में ट्रेलब्लेज़र अवार्ड शामिल हैं।
इस कार्यक्रम के सफलता में एफएमए की अध्यक्ष सलोनी कौल, कार्यकारी निदेशक श्री वी. त्यागराजन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट चारू स्मिता मल्होत्रा, जनरल सेक्रेटरी मोनिका आनंद, कोषाध्यक्ष के.पी. धीमान, और आयोजन समिति के सदस्य रविंदर सिंह और हीरेश गिरधर का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
“विकसित भारत समिट और अवार्ड्स 2024” ने एफएमए की नेतृत्व और आर्थिक सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर किया। इस कार्यक्रम का समापन कोषाध्यक्ष के.पी. धीमान द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसने सभी प्रतिभागियों को प्रेरित और सशक्त किया।