विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और विशेष आवश्यकता वाले मतदाता अपना वोट डाल सकें इसमें बीएलओ की भूमिका अहम रहेगी। विधानसभा चुनाव की घोषणा से ही बीएलओ की जिम्मेदारी ओर अधिक बढ़ गई है। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार बीएलओ को भी दूसरे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तरह ड्यूटी पूरी करनी है। बीएलओ को मतदाताओं के घर घर जाकर पर्ची का वितरण करना, मृतक मतादाओं की सूची अलग बनानी, दिव्यांग वोटर एवं 85 साल के उपर के वोटर को चिह्नित किया जाना है ताकि मतदान के दिन उनको प्राथमिकता के आधार पर सभी सुविधा देकर मतदान केन्द्र तक लाया जाए।