(Front News Today/Rajesh Kumar) बिहार!एक ऐसा प्रदेश जहां आज भी अपहरण,हत्या, लूट आदि आपराधिक वारदातें सामान्य बातें हैं। सरकारें आईं और गईं लेकिन प्रशासनिक इच्छाशक्ति के अभाव, राजनैतिक स्वार्थ के कारण कुछ समय के लिए इन पर अंकुश तो लगता है लेकिन पुनः स्थिति ढाक के तीन पात वाली हो जाती है। उपर्युक्त अपराधों के अलावा बिहार में अपराधियों, मनबढ़ों, भू -माफियाओं और दबंग लोगों को सरकारी उदासीनता एवं प्रशासनिक सेवा के कारण एक अपराधिक कृत्य खूब भा रहा है वह है “सरकारी जमीन का बलपूर्वक अतिक्रमण”
बिहार का सिवान जिला एक ऐसा जिला बन गया है जहां भू- माफियाओं की चांदी है। चाहे शहर हो या गांव, जमीन के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं वहीं अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी जमीन का अतिक्रमण माफियाओं का एक पसंदीदा शगल बन गया है। ऐसा नहीं है कि प्रशासनिक अमले को इसकी जानकारी नहीं रहती है अपितु प्रशासन के नाक के नीचे ही यह सब होता है।
आइए अब घटना के बारे में बात करते हैं।यह मामला है बिहार के सिवान जिला के अंतर्गत महाराजगंज प्रखंड के पंचायत राज रिसौरा के अंतर्गत ग्राम हहवाँ का! सूत्रों के अनुसार, इस गांव में खाता संख्या 187, सर्वे संख्या 1202, रकबा 2 बीघा 4 कट्ठा 9 धुर जमीन, जो आम गैरमजरूआ जमीन है, के कुछ हिस्से पर पंचायत भवन एवं सामुदायिक भवन का निर्माण गांव की जनता के सार्वजनिक उत्सवों एवं समारोहों के आयोजन स्थल के उद्देश्य से किया गया है तथा शेष जमीन पर पोखरा है। जानकारी के मुताबिक, भू- माफियाओं ने सरकारी जमीन में सरकारी पैसे से निर्मित सामुदायिक भवन और पंचायत भवन को तो अधिक्रमित कर ही लिया है, साथ ही साथ इस से सटे आगे वाली जमीन में भी अतिक्रमणकारियों द्वारा नाद, खूंटा रखा जा रहा है और अन्य विभिन्न तरीके से अतिक्रमित किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि गांव के दबंगों और भू-माफियाओं की गिद्ध दृष्टि इस जमीन पर पड़ी हुई है और वे किसी तरह इस सरकारी संपत्ति को हथिया लेने के फेरे में हैं। यद्यपि भूमि के अतिक्रमण के बाबत गांव के ग्रामीणों ने वरीय पदाधिकारियों जैसे श्रीमान जिलाधिकारी महोदय श्रीमान के समक्ष क्रमशः दो बार 22-12-2019, 5/3/ 2020को एवं दिनांक 10 अगस्त 2019 को अंचलाधिकारी महोदय, महाराजगंज के समक्ष गुहार भी लगाया। परंतु प्रशासन तमाशाबीन बनकर पूरे मामले की जानकारी के बावजूद मौन साधे हुए है इसलिए अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं और अतिक्रमणकारी अपनी आदत से बाज न आकर लगा तक लगातार अतिक्रमण बढ़ाते ही जा रहे हैं। गांव के श्री मोहर यादव, श्री भगवान लाल सहित अन्य ग्रामीणों ने उक्त अतिक्रमण के बाबत प्रशासन से गुहार लगाकर ज़मीन को जल्द से जल्द अतिक्रमण मुक्त करने की मांग किया है।