शहर में ब्रेन हैमरेज व स्ट्रोक मरीजों की संख्या बढ़ी
फरीदाबाद। सर्दी का असर शहर में तेजी से बढ़ने लगा है। बुधवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा, जब न्यूनतम तापमान गिरकर 8.7 डिग्री व अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान में लगातार गिरावट का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों में ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हैमरेज के मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को न्यूनतम तापमान 10 डिग्री था, जो दो डिग्री की गिरावट के साथ 8.7 डिग्री पर पहुंच गया। तापमान के इस उतार-चढ़ाव के कारण खासकर हाई बीपी और हृदय रोगियों में जोखिम बढ़ जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के कारण ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ता है, जिससे स्ट्रोक या ब्रेन हेमरेज की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
शहर के सरकारी अस्पतालों में पिछले एक सप्ताह में इमरजेंसी वार्ड में 15 से 20 गंभीर मरीज स्ट्रोक और ब्रेन हैमरेज की स्थिति में लाए गए हैं। निजी अस्पतालों में भी लगभग यही स्थिति बनी हुई है, जहां मरीजों के आने का आंकड़ा सामान्य दिनों की तुलना में बढ़ा है।
ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता ने बताया कि मौसम में अचानक बदलाव हाई बीपी मरीजों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। पिछले एक सप्ताह में स्ट्रोक के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने सलाह दी कि बीपी मरीज अपनी दवा नियमित रूप से लें, ठंड से बचें और सुबह-शाम गरम कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें।
डॉ. गुप्ता के अनुसार थोड़ी सी सावधानी बड़े खतरे से बचा सकती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि सर्दी में लापरवाही न करें, खुद को गर्म रखें और मौसम के अनुसार अपनी दिनचर्या में बदलाव करें। उन्होंने कहा है कि समय पर इलाज और सतर्कता ही स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम को कम कर सकती है।



