केएलएच हैदराबाद ने भारत की सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाते हुए कला उत्सव 2025 का किया आयोजन

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पटना, मार्च 2025: केएलएच ने कला उत्सव 2025 की सफल मेजबानी की, जिसने भारत में कला की अभिव्यक्ति को नए आयाम दिए। यह राष्ट्रीय स्तर का महोत्सव 21 और 22 मार्च को केएलएच बच्चुपल्ली कैंपस में आयोजित हुआ। केएलएच स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर (एसएसी) द्वारा आयोजित और तेलंगाना सरकार के भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा समर्थित इस उत्सव ने देश के सांस्कृतिक कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया। हजारों छात्रों और कलाकारों को एक मंच पर लाने वाला यह कला उत्सव सिर्फ एक महोत्सव नहीं, बल्कि भारत की समृद्ध कला विरासत को पुनर्जीवित और सम्मानित करने का एक आयोजन बना। इस भव्य उत्सव की शुरुआत एक प्रेरणादायक उद्घाटन समारोह के साथ हुई।

भारत की लुप्त होती कला शैलियों को पुनर्जीवित करने और युवा प्रतिभाओं को मंच देने के उद्देश्य से, कला उत्सव 2025 का आयोजन हुआ। संगीत, नृत्य, दृश्य कला, साहित्य, फोटोग्राफी और फिल्म निर्माण जैसी विधाओं में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने नृत्य-संक्रांति (नृत्य), कला-स्पर्धा (कला), दृश्यांतर (फिल्म निर्माण), प्रतिबिंब-युद्ध (फोटोग्राफी), संगीत-सम्राज्य (संगीत), वाणी-संघर्ष (साहित्य) और वाद-संग्राम (वाद-विवाद) जैसी श्रेणियों में अपनी कला का प्रदर्शन किया। 1 लाख रुपए की कुल पुरस्कार राशि ने देशभर के कलाकारों को प्रेरित किया और इस महोत्सव को एक यादगार सांस्कृतिक आयोजन बनाया।

केएलएच कैंपस दो दिनों के लिए एक जीवंत सांस्कृतिक केंद्र में बदल गया, जहाँ 3,000 से अधिक लोगों ने रोमांचक प्रस्तुतियों, लाइव संगीत और सेलिब्रिटी उपस्थिति का आनंद लिया। महोत्सव की भव्यता को और बढ़ाते हुए भारतीय फिल्म उद्योग की प्रमुख हस्तियों ने भी दौरा किया, जिससे छात्रों को सिनेमा और प्रदर्शन कला से जुड़ने का अनूठा अवसर मिला। महोत्सव में श्री ममिडी हरिकृष्ण (निदेशक, भाषा एवं संस्कृति विभाग, तेलंगाना सरकार), श्री नवीन कुमार (आईएएस), (सचिव, सिंचाई और जल संसाधन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार), प्रसिद्ध अभिनेता प्रणव कौशिक और किशोर इंदुकुरी (संस्थापक एवं सीईओ, सिड्स फार्म) जैसे प्रतिष्ठित अतिथि शामिल हुए। इन गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने उत्सव की भव्यता को और बढ़ाया, जिससे यह सांस्कृतिक और रचनात्मक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आयोजन बन गया।

कला उत्सव 2025 के सफल आयोजन के पीछे एक दूरदर्शी नेतृत्व टीम रही, जिसने कला की उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चेयरपर्सन इंजीनियर पी. साई विजय (निदेशक-एसएसी), डॉ. एल. कोटेश्वर राव, डॉ. रामकृष्ण अकेल्ला, डॉ. जी. राधाकृष्ण और संयोजक श्री जी. प्रेम सतीश कुमार के मार्गदर्शन में यह महोत्सव पारंपरिक और आधुनिक कला शैलियों का सुंदर संगम बना। उनकी सांस्कृतिक विरासत को संजोने और युवा कलाकारों को सशक्त मंच देने की प्रतिबद्धता इस आयोजन की सफलता का आधार रही।

केएलएच हैदराबाद कैंपस में दो दिनों तक उत्साह चरम पर रहा, और कला उत्सव 2025 भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण क्षण बना। इस महोत्सव ने बीते कल और आज को जोड़ते हुए प्रतिभा और रचनात्मकता का भव्य प्रदर्शन किया। अपनी भव्यता, प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति और कला के प्रति अटूट समर्पण के साथ, इस उत्सव ने इतिहास रचते हुए आने वाली पीढ़ियों के कलाकारों और कला प्रेमियों को प्रेरित किया।

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