निपुण हरियाणा कार्यक्रम के तहत हुई अधिकारियों की बैठक

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प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता बच्चे का शिक्षा का आधार बनाने के लिए जरूरी: जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा

जींद, ।       जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा ने बताया कि उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के मागर्दशन में शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा एक से तीन तक के स्कूली बच्चों को खेल ही खेल में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने व शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ाने के लिए शुरू की गई निपुण हरियाणा मिशन कार्यक्रम के संबंध में मंगलवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई।

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा ने बैठक के दौरान अधिकारियों को बताया कि हरियाणा कक्षा एक तीन के लिए निपुण भारत मिशन के उद्ेश्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तदानुसार हरियाणा सरकार ने 30 जुलाई 2021 को निपुण हरियाणा मिशन शुरू किया ।  मिशन के तहत कक्षा एक से तीन तक के बच्चे ग्रेड स्तरीय एफएलएन सक्षम बनें। उन्होंने बताया कि इस मिशन का प्रमुख लक्ष्य अर्थ के साथ पढाना है। उन्होंने बताया कि बच्चों को सरल तरीके से खेल खेल में सीखना और समझना निपुण हरियाणा मिशन का मुख्य लक्ष्य है।  निपुण हरियाणा कार्यक्रम के तहत प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को कहानियों व खेल प्रक्रियाओं के माध्यम से निपुण बनाया जा रहा है, इसके साथ ही बच्चों में रटने की प्रवृति को समाप्त कर उनमें समझ के साथ पढ़ने की प्रवृति का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का प्राथमिक स्तर से ही शिक्षा की क्षेत्र में मजबूत आधार बनाने के लिए शुरू से ही उन पर ध्यान देने की जरूरत है। इस लिहाज से बच्चों को गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए और इस दिशा में हरियाणा सरकार द्वारा चलाया गया निपुण हरियाणा कार्यक्रम काफी कारगर सिद्ध हो रहा है है। इस कार्यक्रम से प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बेहतर ढंग सीख कर अपने कार्य में निपुण बन रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा की नींव को मजबूत करने व आगामी कक्षाओं में विशेष रूचि लेकर जहां शिक्षा ग्रहण कर सकें वहीं कक्षा का सत्र पूरा होने से पूर्व छोड़ने पर अंकुश लगाना है। इसके अलावा केवल एक से तीन कक्षा के बच्चों को पजल गेम, विभिन्न आकृति, बाक्स व पेंटिग बना कर विभिन्न खेल की वस्तुएं एकत्रित कर रूचिपूर्वक तरीके से शिक्षा प्रदान करना है। बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि पैदा करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं गतिविधियों का आयोजन समय- समय पर किय

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