तकनीकी शिक्षा, नगर नियोजन, आवास, व्यवसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री ने समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत
कहा… प्रदेश सरकार दे रही है पढ़ाई के साथ-साथ खेलों को भी प्रोत्साहन।
तकनीकी शिक्षा, नगर नियोजन, व्यवसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री ने शुक्रवार को सरकाघाट के रविन्द्र नाथ टैगोर राजकीय महाविद्यालय में हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय अंतर महाविद्यालय बास्केटबॉल खेल प्रतियोगिता (पुरूष वर्ग) के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। प्रतियोगिता का खिताब डीएवी कालेज कांगड़ा ने आरएनटी कालेज सरकाघाट को 88-70 अंकों से हराया जबकि एचपीयू पीजी सेंटर शिमला ने भौरन्ज कालेज को 68-47 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। प्रतियोगिता में 20 महाविद्यालयों के 240 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर और सरकाघाट के कांग्रेस प्रत्याशी रहे पवन ठाकुर ने विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.आर. कौंडल ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत हिमाचली टोपी, शॉल पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट करके किया।
मंत्री राजेश धर्माणी ने अपने संबोधन में प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी और कहा कि शैक्षिक गतिविधियों के समान ही खेलकूद गतिविधियां भी आवश्यक हैं, ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि खिलाड़ी अपने परिश्रम, लगन, अनुशासन और प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
तकनीकी मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यार्थियों के समग्र और समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए शिक्षा के साथ-साथ खेलों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। स्कूली स्तर से ही खेलों में रुचि रखने वाले छात्रों को आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वर्तमान सरकार ने शिक्षा प्रणाली में सुधारात्मक कदम उठाए हैं और इन निर्णयों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों का शारीरिक और मानसिक विकास सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने प्रत्येक स्कूल में प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट का शारीरिक व्यायाम अनिवार्य किया है, जिसे शारीरिक शिक्षकों और अन्य अध्यापकों की देखरेख में करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के मार्गदर्शन में प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान सरकार को विरासत में कमजोर आर्थिक स्थिति मिली थी, बावजूद इसके, प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, वहां अतिरिक्त स्टाफ भी तैनात किया जा रहा है।
विधायक चंद्रशेखर द्वारा आईटीआई तड़ा(बरोटी),आईटीआई पपलोग के भवनों की रखरखाव हेतु उठाई माँग पर तकनीकी मंत्री ने कहा कि शीघ्र ही इसके लिए धन का प्रावधान कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि आईटीआई भदरौता, आईटीआई भांम्बला तथा आईटीआई मौंही के भवनों के रखरखाव हेतु भी राशि जारी कर दी गई है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि सरकाघाट कॉलेज के गर्ल्स हास्टल में सोलर पैनल जल्द ही लगवा दिया जाएगा और कॉलेज में बास्केटबॉल इनडोर स्टेडियम बनाने की मांग को माननीय मुख्य मंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष रखने का आश्वासन दिया।
धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक चंद्रशेखर ने मुख्य अतिथि मंत्री राजेश धर्माणी का स्वागत करते हुए कहाकि खेल न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देते हैं बल्कि मानसिक मजबूती और अनुशासन का भी विकास करते हैं। कहाकि ऐसी खेलकूद प्रतियोगिताएं छात्रों में टीमवर्क, नेतृत्व कौशल, मानसिक स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। विधायक चंद्रशेखर ने बताया कि जल्द ही प्रदेश सरकार द्वारा सरकाघाट कॉलेज में हिमाचल प्रदेश का प्रथम बास्केटबॉल गर्ल्स हास्टल बनने जा रहा है।
इस अवसर पर कालेज के विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर एसडीएम सरकाघाट स्वाति डोगरा, डीएसपी संजीव गौतम, प्रवक्ता हिमाचल कांग्रेस जय कुमार आजाद, रिंकू चंदेल, जिला परिषद सदस्य मुनीश शर्मा, पीटीए मुख्य सलाहकार जीवन लाल गुप्ता, रितेश ठाकुर, बरछवाड पंचायत प्रधान निशा कुमारी, प्राचार्य बल्द्वाडा कॉलेज डॉ विजय कौंडल, पूर्व प्राचार्य डॉ एस एस ठाकुर, आर सी ठाकुर, पीटीए अध्यक्ष संजय कुमार, ओएसए अध्यक्ष संजय नारंग, एडवोकेट भूप सिंह, आईपीएच, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग के एक्सईन, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से बतौर पर्यवेक्षक डॉ अंजू पाठक,आयोजन सचिव प्रो. दिनेश ठाकुर, तेज सिंह, अरूण शर्मा, सुभाष वर्मा, संजीव कुमार,बास्केटबॉल चैंपियनशिप के लिए आए रेफरी, विभिन्न कालेजों से आए दल प्रभारी व अन्य गणमान्यों के अलावा भारी संख्या में समस्त शिक्षक वर्ग, गैर-शिक्षक वर्ग और सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।