-आस्था, सौंदर्य और प्रेम का प्रतीक है हरियाली तीज का त्यौहार-सविता गौड़
-मुख्यमंत्री नायब सिंह के ओएसडी भूपेश्वर गौड़ के आवास पर धूमधाम से मनाया तीज महोत्सव
मीठी तै कर दे री माँ कोथली, आई ऐ माँ मेरी सामण की तीज।। तीज के मौके पर गाये जाने वाले इन सुरीले गीतों से अशोक विहार कॉलोनी बुधवार को महक उठी। मौका था तीज महोत्सव के आयोजन का जो कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह के ओएसडी भूपेश्वर दयाल गौड़ के आवास पर किया गया।
ओएसडी भूपेश्वर गौड़ की माता सविता गौड़ व पिता रघुवर दयाल गौड़ के नेतृत्व में आयोजित तीज महोत्सव में आस-पास की महिलाओं ने बड़ी संख्या मेंं हिस्सा लिया। सबने मिलकर पारंपरिक रूप से धूमधाम से तीज मनाई। महिलाओं ने तीज के पारंपरिक गीत गाए। उन्होंने गीत गाया-आई तीज बिखेरेगी बीज। झूलण चाली पहरकै लाल दामण, दामण की घूमै कली-कली।। इस प्रकार के मीठे व मंत्रमुग्ध करने वाले गीतों को ढोल-बाजे की थाप पर महिलाओं ने सुरीले अंदाज में गाया। महिलाओं ने एक-दूसरे को घेवर, गूंजियां तथा गुलगुले और पूड़े खिलाकर बधाई दी।
इस मौके पर तीज महोत्सव की संयोजक सविता गौड़ ने उपस्थित महिलाओं को हरियाली तीज की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि तीज का त्यौहार आस्था, सौंदर्य और प्रेम का प्रतीक है, क्योंकि इस दिन हम सभी अपसी मतभेदों को भूलकर बहुत ही प्रेम के साथ एक मिल जुलकर इस पर्व को बहुत खुशी के साथ मनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह पर्व महादेव शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है जो हमारी आस्था का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि तीज धन-धान्य की पूर्णता का प्रतीक महोत्सव है, हम वर्ष 1991 से हर वर्ष अपने निवास स्थान पर तीज त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। उन्होंने कहा कि धरती माता अन्नपूर्णा बनकर सबकी जरूरतों को पूरा करती हैं। तीज हमारी संस्कृति व सभ्यता का प्रतीक है। हम सबको मिलकर धूमधाम से तीज महोत्सव मनाना चाहिए। ताकि हमारी भावी पीढिय़ों को भी हमारे त्यौहारों और हमारी संस्कृति के बारे में पता लगे और वे भी भविष्य में ऐसे ही धूमधाम से अपने त्यौहारों को मनाएं।
इस अवसर बाला शर्मा, संतोष, आजाद ढुल, कृष्णा तथा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी।