नौकरी जॉबस्पीक: अगस्त में एक्सटेंडेड छुट्टियों के प्रभाव के बावजूद एआई-एमएल, फार्मा और एफएमसीजी सेक्‍टर ने चमक बिखेरी

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06 सितंबर 2024: नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स में अगस्त 2023 के मुकाबले अगस्त 2024 में मामूली गिरावट देखने को मिली और यह 3 फीसदी की गिरावट के साथ 2576 अंक पर रहा। नौकरी जॉब इंडेक्स भारत में व्हाइट कॉलर हायरिंग गतिविधियों का प्रमुख संकेतक है। महीने के पहले 15 दिनों में नौकरी बाजार का प्रदर्शन स्थिर रहा है लेकिन बाद के दिनों में कई छुट्टियों ने समग्र सूचकांक को प्रभावित किया। स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी और रक्षा बंधन जैसी प्रमुख छुट्टियां वीक डेज़ में रही, जिसकी वजह से वीकेंड्स में विस्तार हुआ और इस वजह से भर्ती गतिविधियों में आई कमी की वजह से अगस्त के दूसरे हिस्से में उल्‍लेखनीय गिरावट दर्ज की गई।

इस संपूर्ण गिरावट के बावजूद, कई क्षेत्रों में मजबूती और ग्रोथ देखने को मिली। एआई-एमएल सालाना 14% की मजबूत वृद्धि के साथ शीर्ष पर रहा, वहीं इसके बाद एफएमसीजी (+11%), फार्मा/बायोटेक (+9%), ऑटो (+7%), और तेल और गैस/पावर ( +5%) का स्‍थान रहा। मंदी के बीच ये सेक्टर मजबूती से उभर कर सामने आए।

एआई-एमएल और आईटी सेक्टर: दो सेक्टर की अलग-अलग स्थिति

समग्र आईटी क्षेत्र में सालाना 1% की मामूली वृद्धि देखी गई वहीं, एआई-एमएल नौकरियों ने 14% की वृद्धि के साथ अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखा। यह विचलन नौकरी बाजार में विशिष्ट एआई स्किल के बढ़ते महत्व को बता रहा है। दिलचस्प ट्रेंड आईटी यूनिकॉर्न के रूप में देखने को मिला, जिसने 5% की वृद्धि के साथ इस प्रवृत्ति को उलट दिया, जबकि विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों और वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) में गिरावट दर्ज की गई। सालाना 22% की महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ कोच्चि आईटी भर्ती में एक मजबूत क्षेत्र के रूप में उभर कर सामने आया।

एफएमसीजी और फार्मा सेक्टर में दिखी मजबूती

एफएमसीजी सेक्टर ने सालाना 11% वृद्धि के साथ अपनी गति बनाए रखी, जो मुख्य रूप से बेंगलुरू और कोलकाता में मजबूत प्रदर्शन से प्रेरित है, जहां 40% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। इसी तरह, फार्मा क्षेत्र में सालाना 9% की वृद्धि हुई, जिसमें बड़ौदा की 44% की प्रभावशाली वृद्धि का योगदान रहा।

वरिष्‍ठ पदों की भूमिकायें और उच्च वेतन बाजार के रुझानों के उलट है

बाजार में गिरावट के बावजूद, सीनियर प्रोफेशनल्स या वरिष्ठ पेशेवरों की मांग अधिक बनी हुई है। 16 से अधिक वर्षों के अनुभव वाले लोगों की भर्ती में सालाना 11% की वृद्धि हुई और सभी शहरों में सकारात्मक वृद्धि देखी गई। वहीं रणनीतिक और शीर्ष प्रबंधन भूमिकाओं में 30% की वृद्धि हुई। उच्च वेतन श्रेणी में भी मजबूती दिखी और 13-20 एलपीए वाले पदों में 6% की वृद्धि हुई, जबिक 20 एलपीए से ऊपर वाले पदों में 19% की वृद्धि हुई। ये रुझान समग्र भर्ती पैटर्न के विपरीत, अनुभवी पेशेवरों और उच्च-भुगतान वाली भूमिकाओं के लिए एक मजबूत बाजार का संकेत देते हैं।

नियुक्ति परिदृश्य में बदलाव: उभरते शहरों और स्टार्टअप ने नेतृत्‍व किया

कोच्चि, बड़ौदा और कोयंबटूर नई भर्ती के लिए प्रमुख केंद्र के रूप में उभरे हैं, जो नियुक्तियों के भौगोलिक विविधीकरण का संकेत है। बेंगलुरु ने स्टार्टअप पावरहाउस के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, जिसमें स्टार्टअप और यूनिकॉर्न ने नियुक्ति के मामले में विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों और वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) को पीछे छोड़ दिया है। चेन्नई भी समान ट्रेंड को दिखा रहा है, जबकि हैदराबाद ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों की तुलना में भर्ती में अग्रणी स्टार्टअप और जीसीसी के साथ एक मिली-जुली तस्वीर पेश की। ये बदलाव घरेलू तकनीकी सिस्‍टम के बढ़ते प्रभाव और भारत के तकनीकी केंद्रों में नियोक्ताओं और नौकरी चाहने वालों दोनों की बदलती प्राथमिकताओं को प्रस्‍तुत करते हैं।

Naukri.com के चीफ बिजनेस ऑफिसर पवन गोयल ने कहा, “अगस्त में नियुक्ति दो अलग-अलग हिस्सों की कहानी है। जहां महीने की पहली छमाही में सामान्य पैटर्न दिखा, वहीं दूसरी छमाही में एक्‍सटेंडेड छुट्टियों का प्रभाव पड़ा। फिर भी, एआई-एमएल, एफएमसीजी और फार्मा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि जारी है, जो हमें नौकरी बाजार के बारे में चिंता न करने का वाजिब कारण देती है।”

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