तहसील, उप-तहसील स्तर पर राजस्व मामलों की समीक्षा करने वाला मंडी प्रदेश का पहला जिला
राजस्व संबंधी कार्यों के सुचारू संचालन और लंबित मामलों का समयबद्ध निपटारे और राजस्व कार्यो में तेजी लाने के उद्देश्य से करसोग में उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में डीआरओ मंडी हरीश शर्मा व एसडीएम करसोग राजकुमार सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, क्षेत्रीय कानूनगो और करसोेेेेग क्षेत्र के सभी ग्रामीण राजस्व अधिकारियों (पटवारियों) ने भाग लिया।
बैठक में उपायुक्त मंडी ने क्षेत्र में लंबित चल रहे तकसीम खानगी, निशानदेही व इंतकाल के मामलों की व्यक्तिगत रूप से एक-एक मामले की समीक्षा कर, उनका प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
गौरतलब है कि मंडी जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला है, जहां पर राजस्व कार्यो में तेजी लाने और प्राथमिकता के आधार पर उनका निपटारा करने के लिए तहसील, सब तहसील पर राजस्व मामलों की समीक्षा की जा रही है। जिसका जिम्मा उपायुक्त मंडी ने स्वयं संभाला हुआ है। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन तहसील व सब तहसील स्तर पर स्वयं पहुंच कर लंबित चल रहे राजस्व मामलों की एक-एक कर समीक्षा कर रहे है ताकि लोगों को राहत प्रदान की जा सके। इससे पूर्व, मंडी जिला के धर्मपुर में भी उपायुक्त मंडी तहसील व उप-तहसील स्तर राजस्व कार्यो की समीक्षा कर चुके है।
करसोग में समीक्षा बैठक के दौरान उपायुक्त मंडी ने क्षेत्र के सभी पटवारियों और क्षेत्रीय कानूनगो को राजस्व संबंधी कामकाज को समयबद्ध सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि तकसीम खानगी, निशानदेही व इंतकाल के मामले, जो 6 माह या एक वर्ष से अधिक समय से लंबित हैं, उनका निपटारा प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राजस्व संबंधी किसी भी मामले का समयबद्ध निपटारा नहीं किया जाता है तो दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि जनवरी, 2024 से पूर्व के सभी तकसीम खानगी, निशानदेही व इंतकाल के मामलों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा कर रिपोर्ट प्रेषित करे। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग राज्य सरकार की रीढ़ है और हम सभी को इसे बनाए रखना है। उन्होंने सभी क्षेत्रीय कानूनगो और ग्रामीण राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां कहीं पर कोई कमी है उसे सुधारे और आमजन के राजस्व कार्यो के निपटारे में तेजी लाए।
उपायुक्त ने करसोग क्षेत्र में इंतकाल संबंधी मामलों के निपटारे के लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रशंसा भी की।
उपायुक्त ने एक दिवसीय करसोग दौर के उप-तहसील बग्सयाड़ और पांगणा में भी राजस्व कार्यो की समीक्षा की।
उपायुक्त मंडी ने अपने करसोग दौरे के दौरान करसोग में निर्माणाधीन मिनी सचिवालय का निरीक्षण भी किया और अंतिम दौर में चल रहे निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए। उन्होंने मिनी सचिवालय में प्रस्तावित लाईब्रेरी के कार्य की भी समीक्षा की और लाईब्रेरी में होने वाले इंटीरियर कार्यो की रूप रेखा तैयार करने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त ने नगर पंचायत करसोग को लोगों की सुविधा के लिए करसोग बाजार में शीघ्र शौचालय निर्माण, सफाई व्यवस्था को बनाए रखने और कूड़ा कचरा प्रबंधन के संबंध में भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बस स्टैंड करसोेग में उत्पन्न शौचालय की समस्या का भी शीघ्र समाधान करने के निर्देश आरएम करसोग को दिए।
इस मौके पर एसडीएम करसोग राजकुमार ने उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन को प्रशासन की ओर से, जबकि तहसीलदार करसोग वरूण गुलाठी ने तहसील कार्यालय की ओर से उपायुक्त को शाॅल, टोपी भेंट कर सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन से अधिक संगठनों से जुड़े लोगों व आमजन ने उपायुक्त मंडी को उनके करसोग दौरे के दौरान शाॅल, टोपी भेंट कर सम्मानित किया।
इस मौके एसडीएम राजकुमार, तहसीलदार वरूण गुलाठी, नायब तहसीलदार शांता शुक्ला सहित विभिन्न अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।