पार्टनर स्टेट के रूप में आगंतुकों की पहली पसंद बना राजस्थान मंडप।
उत्पादों की बंपर बिक्री से हस्त-शिल्प उद्यमियों में खुशी की लहर।
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 44वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का आज विधिवत समापन हो गया। समापन के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में राजस्थान मंडप को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक मिला। राजस्थान की ओर से यह स्वर्ण पदक मंडप के निदेशक श्री हर्ष शर्मा और मैनेजर श्री विनय शर्मा ने आई.टी.पी.ओ. के एमडी डॉ नीरज खैरवाल से ग्रहण किया।
सम्मान समारोह के अवसर पर डायरेक्टर श्री हर्ष शर्मा ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय मेले में राज्य की पवेलियन को स्वर्ण पदक मिलना समस्त राज्य के लिए गौरव और खुशी का अवसर है। इस उपलब्धि से राज्य के हस्तशिल्प के साथ-साथ कला और संस्कृति के संरक्षण को और अधिक बढ़ावा मिलेगा तथा देश-विदेश के लोगों के बीच राजस्थानी कला-संस्कृति और हस्तशिल्प को पहुंचाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि मेला में राजस्थान पवैलियन को उद्योग विभाग] पर्यटन विभाग] रीको] बीआईपी] खादी] राजीविका एवं रूडा की सहभागिता से काफी समृद्ध और आकर्षक बनाया गया था। मेले में राजस्थान के पारंपरिक व्यंजन और हस्तशिल्प उत्पादों के स्टॉल खरीददारों का प्रमुख पसंद रहे। “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना को समर्पित राजस्थान पवैलियन में इस बार राजस्थान और असम का सांस्कृतिक एकीकरण की पहल आगंतुकों को खूब आकर्षित किया। इस विशेष पहल के माध्यम से दोनों राज्यों की संस्कृति] कला] और व्यापारिक संभावनाओं का आदान-प्रदान हुआ। जिससे इन दोनों राज्यों के बीच मजबूत व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध स्थापित होने में मदद मिलेगी। श्री शर्मा ने बताया कि राजस्थान सरकार की इस पहल से राज्य के कारीगरों] शिल्पकारों] उद्यमियों और निवेशकों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान मजबूत करने के ज्यादा अवसर मिलेंगे।
श्री शर्मा ने बताया कि इस बार राजस्थान पवैलियन में कारीगरों एवं उद्यमियों द्वारा लाइव प्रदर्शन के लिए विशेष सत्र आयोजित किये गए। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट वॉल एवं राज्य की विरासत] नवाचार और सतत औद्योगिक विकास आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिससे राजस्थान मंडप की ओर आगंतुकों का निरंतर आकर्षण का केंद्र बना रहा और राजस्थान मंडप स्वर्ण पदक हासिल करने में कामयाब रहा।
उल्लेखनीय है कि इस चौदह दिवसीय भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान पवेलियन को पार्टनर स्टेट के तौर पर ^एक भारत श्रेष्ठ भारत^ की थीम पर तैयार किया गया था। जिसमें राज्य की कला] संस्कृति] हस्तशिल्प] पर्यटन एवं उद्योगीकरण का अनूठा प्रदर्शन किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेले/प्रदर्शनी से राज्य के दस्तकारों और लघु उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक्सपोजर एवं दूरगामी व्यापारिक अवसर मिलते है।



