एसटीपीआई ने स्टार्टअप्स को निवेश, मार्गदर्शन और विश्वव्यापी संपर्क तक पहुँच प्रदान करने के लिए टीआईई दिल्ली-एनसीआर के सहयोग से लीप अहेड पहल की शुरुआत की

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इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगोकी मंत्रालय के सचिव, श्री एस.कृष्णन ने इस पहल को लॉन्च किया

नई दिल्ली, 07 नवम्बर, 2023 : सम्पूर्ण भारत में टेक स्टार्टअप्स की सहायता और उनकी सफलता में तेजी लाने के उद्देश्य से इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव, श्री एस. कृष्णन ने लीप अहेड शिखर सम्मलेन में लीप अहेड पहल का शुभारम्भ किया है। यह पहल सॉफ्टवेर टेक्‍नोलॉजी पार्क ऑफ़ इंडिया (एसटीपीआई) और इंडस एंटरपेन्‍योर (टीआईई) दिल्ली-एनसीआर का संयुक्त अभियान है। इस अवसर पर एसटीपीआई के महानिदेशक श्री अरविन्द कुमार, एमईआईटीवाई के संयुक्त सचिव श्री सुशील पाल, टीआईई दिल्ली-एनसीआर के चेयरमैन एमेरिटस और इंडियन ऐंजल नेटवर्क के को-फाउंडर डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, इंडीफाई टेक्‍नोलॉजीज के को-फाउंडर और टीआईई दिल्ली-एनसीआर के प्रेसिडेंट श्री अलोक मित्तल, मुंबई ऐंजल्स के एग्जीक्यूटिव वाईस प्रेसिडेंट इन्वेस्टर रिलेशंस श्री अशोक सिंह, पोंटैक वेंचर्स इंडिया एलएलपी के मैनेजिंग पार्टनर श्री प्रेम भार्थसारथी, एसटीपीआई के सीनियर डायरेक्टर श्री देवेश त्यागी, इनोवेशन ऐंड स्टार्टअप्स के डायरेक्टर श्री सुबोध साचान, और एम्ईआईटीवाई की वैज्ञानिक ‘ई’ सुश्री मंजूषा की गरिमामयी उपस्थिति थी।

यह पहल उन टेक स्टार्टअप्स के लिए गेम-चेंजर साबित होगा जो व्यवसाय बढ़ाने के लिए वृद्धि के चरण में हैं, उत्पाद का विविधीकरण कर रहे हैं, या नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार की योजना बना रहे हैं। वे 1 करोड़ रूपए तक के फंडिंग सपोर्ट और तीन महीने की व्यापक मेंटरशिप प्रोग्राम का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मेंटरशिप प्रोग्राम में सर्वांगीण शिक्षण अनुभव के लिए वर्चुअल और प्रत्यक्ष (व्यक्तिगत) सत्रों को शामिल किया गया है। इसके अलावा, इस पहल के द्वारा स्टार्ट-अप्स को विशाल नेटवर्क तक पहुँच अनुभवी निवेशकों एवं उद्योग के विशेषज्ञों के साथ व्यक्तिगत मार्गदर्शन सत्रों के माध्यम से व्यक्तिपरक मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव, श्री एस. कृष्णन ने कहा कि, “लीप अहेड पहल भारत में उद्यमियों के लिए उपलब्ध अवसरों और संभावनाओं पर ज़ोर देने के मामले में बेहद सामयिक है। आज भारत को अब बीपीओ गंतव्य के रूप में नहीं जाना जाता, यह एक वैश्विक क्षमता केंद्र और अनुसंधान एवं विकास (आरऐंडडी) केंद्र में विकसित हो चुका है। भारत की पहचान डिजिटल सार्वजनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर में लीडर के रूप में बन गई है और अब उद्यमियों द्वारा सफल उपक्रम खड़ा करने के लिए अनेक तरीकों से इसका प्रयोग किया जा सकता है। छोटे शहरों में युवाओं में कुछ करने और ज्यादा हासिल करने की उत्कंठा है। हमें उनके इस जूनून को आगे बढ़ाने की ज़रुरत है। हम चाहते हैं कि टीयर-2/3 शहरों की महिलायें और दूसरे लोग भी उद्यमी के रूप में आगे आयें।”

एसटीपीआई के महानिदेशक, श्री अरविन्द कुमार ने कहा कि, “इस पहल के द्वारा टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स को बाज़ार में प्रवेश प्राप्त होगा। वे तेज वृद्धि और नए-नए क्षेत्रों में विविधीकरण कर सकेंगे। यह प्रोग्राम दो चीजों पर केन्द्रित है – मेंटरशिप और सह-निवेश। दिल्ली के अलावा भुवनेश्वर, विजयवाडा और चंडीगढ़ में भी लीप अहेड स्टार्टअप सम्मलेन आयोजित करने की योजना है।”

इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव, श्री सुशील पाल ने कहा कि, “मैं लीप अहेड पहल के लिए एसटीपीआई को बधाई देता हूँ, जो एनजीआईएस (नेक्स्ट जनरेशन इन्क्यूबेशन स्कीम) का हिस्सा है। हमारे देश के लिए हमारे स्टार्टअप्स की सफलता शानदार रही है और पिछले कुछ वर्षों में इस दिशा में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि हुई है।”

डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, चेयरमैन एमेरिटस, टीआईई दिल्ली-एनसीआर ने कहा कि, “एसटीपीआई के साथ सहयोग के क्माध्यम से टीआईई दिल्ली-एनसीआर न केवल फण्ड बल्कि मार्गदर्शन और बाज़ार की सुलभता भी प्रदान कर रहा है। ये वे लोग हैं जिन्होंने सफल कंपनियों का निर्माण किया है और अपनी गलतियों से सबक सीखा है। हम इन कंपनियों के विस्तार और वृद्धि में सहयोग करेंगे।”

टीआईई दिल्ली-एनसीआर के प्रेसिडेंट, श्री अलोक मित्तल ने कहा कि, “टीआईई का मिशन हमेशा ही इकोसिस्टम्स का पोषण करना रहा है और यह प्रोग्राम हमारे लक्ष्यों से बिलकुल मेल खाता है। हम तीन महीनों में 75 कंपनियों की मेंटरिंग करेंगे और उनमें से लगभग 15 के लिए फंडिंग की व्यवस्था करेंगे। हम प्रभाव बढ़ाने के लिए इन प्रदर्शन को 30 से अधिक शहरों तक ले जायेंगे।”

इस पहल से स्टार्टअप्स को बाज़ार में उत्पाद के लिए आकर्षण स्थापित करने, ग्राहक वर्गों को चिन्हित करने, हैकिंग संबंधी रणनीतियाँ बनाने, व्यावसाय सम्बन्धी अनुपालन करने, नेतृत्वकारी पदों पर भर्ती करने और फण्ड एकत्र करने में आसानी होगी। स्टार्टअप्स को विकसित करने और उद्यमिता प्रतिभा के पोषण पर ठोस फोकस के साथ यह आयोजन एक उत्साहवर्द्धक यात्रा में पहला कदम है, जिसके बाद लीप अहेड ऐक्सीलरेटर प्रोग्राम विजयवाड़ा, चंडीगढ़, और भुवनेश्वर जैसे शहरों तक विस्तारित किया जाएगा।

उदघाटन के बाद तीन महत्वपूर्ण विषयों पर परिचर्चा आयोजित की गई, जिनमें उत्पाद-उन्मुख राष्ट्र के पथ पर, नवाचार में तेजी, और निधीयन परिज्ञान : निवेश परिदृश्य का मार्गनिर्देशन शामिल थे। उद्योग के सम्मानित पैनालिस्टों ने श्रोताओं में उपस्थित युवा उद्यमियों के साथ अपना परिज्ञान साझा किया। इस आयोजन ने बमुहूली नेटवर्किंग के लिए एक प्लैटफॉर्म का उद्देश्य भी पूरा किया जहाँ उद्यमियों को समकक्ष उद्यमियों, संभावित निवेशकों और उद्यमिता परितंत्र में प्रभावशाली चिंतकों के साथ जुड़ने का सुअवसर प्राप्त हुआ।

सम्मलेन के दौरान “स्टार्टअप से स्केल अप तक : डिजिटल भारत की भूमिका और भावी अवसर” पर एक नॉलेज रिपोर्ट का अनावरण किया गया। यह रिपोर्ट एक विस्तृत संसाधन है जिसमें वैसे स्टार्टअप्स की सफलता का चित्रण किया गया है जिन्होंने सामाजिक चुनौतियों को हल करने वाले नवीन समाधान तैयार करने के साथ-साथ आर्थिक वृद्धि और नौकरियों के सृजन को आगे बढ़ाने के लिए डिजिटल इंडिया की शक्ति का लाभ उठाया है। इस सम्मलेन में एसटीपीआईनेक्स्ट और इकोसिस्टम समर्थकों के बीच नौ समझौता ज्ञापनों (एमओयु) का आदान-प्रदान भी हुआ। इसके अलावा बिल्ड फॉर भारत आईओटी चैलेंज के विजेताओं को सम्मानित किया गया और 20 स्टार्टअप्स को नेक्स्टजेन टेक्‍नोलॉजी फण्ड1 से कुल मिलाकर 6.1 करोड़ का फण्ड दिया गया। इस फण्ड की स्थापना एनजीआईएस के अंतर्गत की गई है जिसमें एंकर निवेशक के रूप में एसटीपीआईनेक्स्ट तथा अन्य निवेशक शामिल हैं।

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