Front News Today: पटना 25 अगस्त, 2020, राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव भाई अरूण कुमार एवं अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रवक्ता उपेन्द्र चन्द्रवंषी ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कहा आज एनडीए के सरकार बिहार में है बिहार में डबल इंजन की सरकार चल रही है परंतु बिहार की शिक्षा व्यवस्था की हालत इतनी बुरी है कि कोई भी व्यक्ति सरकारी स्कूलों में अपने बच्चे को पढ़ाना नहीं चाहता गरीब से गरीब व्यक्ति भी सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने से कतरा रहा है राष्ट्रीय जनता दल के शासनकाल में जो स्कूलों की स्थिति में सुधार हुई थी उससे आगे एनडीए की सरकार जो कि करीब 15 सालों तक बिहार में शासन की कोई सुधार नहीं किया ना एक भी नए स्कूल बनाए गए नाही पुराने स्कूलों को आधुनिकरण किया गया बल्कि एनडीए की सरकार में प्राइवेट स्कूलों की संख्या कुकुरमुत्ता की तरह बढ़ गई है और गरीब जनता के गाढ़ी कमाई की पैसा को लूट रही है लालू जी के शासनकाल में शिक्षकों की बहाली भी बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा होता था जिससे पढ़ाई की गुणवत्ता बेहतर थी लोग सरकारी स्कूलों से पढ़कर ही डॉक्टर इंजीनियर बन रहे थे परंतु आज की स्कूलों की स्थिति देखकर मन विचलित होता है और लगता है कि हम ऐसे प्रदेश के नागरिक हैं जहां की सरकार लोगों को मुफ्त शिक्षा देने में नाकाम रही है लालू जी के शासनकाल में गरीबों को शिक्षा देने के लिए चरवाहा विद्यालय का भी परिकल्पना की गई थी जिसे की सामंती सोच रखने वालों ने इसका विरोध कर इसे हास्य की पात्र बना दिया और इसका हर एक स्तर पर विरोध किया भारतीय जनता पार्टी कभी भी नहीं चाहती है कि गरीबों के बाल बच्चे पढ़ लिख कर उच्च पदों पर जाएं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के नेता लोग चाहते हैं कि गरीबों के बाल बच्चे आगे की ओर ना बढ़े वह कभी भी नहीं चाहते की दलितों अल्पसंख्यकों पिछड़ा वर्ग के लोगों के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करें यही कारण है कि प्रदेश में प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा की स्थिति अन्य राज्यों से बदतर है और सुशील कुमार मोदी सिर्फ डींग हांकने का काम कर रहे हैं वे लालू शासनकाल में कितने विद्यालय खुले हैं इसका हिसाब मांग रहे हैं राष्ट्रीय जनता दल सुशील कुमार मोदी से यह पूछना चाह रही है कि आप के 15 साल के शासन हो गए हैं तो आप बताने का कष्ट करें की लालू शासनकाल में बने प्राथमिक माध्यमिक एवं उच्च विद्यालयों के अलावा आपने कितने नए विद्यालय बनाएं कितने शिक्षकों की नियुक्तियां किए शिक्षकों को दैनिक भोगी कर्मचारी बनाकर आपने रख दिया मोदी जी आपने जो बिहार में शिक्षा का स्थिति कर दी है वह बड़ा ही निराशाजनक है आपने बिहार को शिक्षा के क्षेत्र में 30 साल पीछे खेलने का काम किया है आपसे बहुत ही अच्छा लालू जी का शासन काल था जिसमें शिक्षा का स्थिति बहुत ही अच्छी-अच्छी थी