साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 26 जुलाई से 02 अगस्त 2024 तक साइबर अपराध के 09 मुकदमों में 22 आरोपी गिरफ्तार कर 45 लाख 46 हजार रुपए किए बरामद

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1177 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 3,75,116 रुपए रिफंड व 1,57,331/- रुपए बैंक खातों में कराए सीज

फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध जसलीन कौर के मार्गदर्शन और एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए फरीदाबाद के तीनों साइबर थाना की टीमो के द्वारा कार्रवाई करते हुए 22 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार आरोपियो में अमित मिश्रा, मोहम्मद मसरुर, बिजेन्द्र, कुलदीप कुमार, दिव्यांशु, रीजल वालिया उर्फ शुभम, मनीष, मखन लाल ऐचरा, मुकेश यादव, पुनीत कुमार, अनिकेत यादव, प्रवीन कुमार, अंशुल सिंगल, G.N.अनीष, साहिल सोदी, समीर श्रीवास्तव, मोहम्मद सारिक, मोहम्मद तोफिक, मोहम्मद तोसिफ, मोहम्मद साहिब सहजाद अली, सुर्य प्रताप सिंह, सहनवाज अली का नाम शामिल है जिन्हें दिल्ली एनसीआर, राजस्थान इत्यादि स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।

आजकल जब भी हम इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को खोलते हैं तो वहां पर ऑनलाइन जॉब से संबंधित बहुत सारे विज्ञापन दिखाई देते हैं जिसमें प्रति महीने 50 से 60 हजार रूपए मात्र 3 या 4 घंटे का काम रोजाना करके कमाने का लालच दिया जाता है। इस प्रकार के विज्ञापन आमजन को लुभाने के लिए दिया जाते हैं ताकि रोजगार की तलाश में व्यक्ति उनसे संपर्क करें और वह सुनहरी नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे ऐंठ सकें। कुछ आरोपी शेयर मार्किट में पैसे लगाकर मोटे मुनाफे की गारंटी देते है और फर्जी एप के माध्यम से पैसे लगवा देते है, जिस एप में शेयर डाउन ही नही होता और पीडित अधिक पैसे लगा ता जाता है जब पीडित पैसे निकालता है तो पैसे निकलते ही नही है। जब पीडित को समझ आता है जब तक उसके साथ फ्रॉड हो चुका होता है। कुछ सरकारी नौकरी और अच्छी कम्पनी में नौकरी के नाम पर भी ठगी करते है। साइबर ठगी के लिए साइबर अपराधी लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ बडे़ प्रकार टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल करके, QR, UPI ,लोगों के खाते में बहाने से पैसे डलवाने का लालच देना, बैक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना प्रमुख है।

साइबर अपराध के तरीके व बचाव :-

कस्टमर केयर फ्रॉड-

गूगल सर्च इंजन पर साइबर अपराधी अपना प्राइवेट मोबाइल नंबर अपडेट कर देते हैं और जब कोई उस नंबर पर संपर्क करता है तो कस्टमर केयर के फर्जी अधिकारी बनकर साइबर अपराधी बात करते हैं और ग्राहक की बैंक अकाउंट संबंधित जानकारी हासिल करके उसके साथ साइबर फ्रॉड करते हैं। यदि आपसे कोई ऐसा करके आपके बैंक खाता संबंधित कोई निजी जानकारी मांगने की कोशिश करता है तो समझ जाए कि वह साइबर अपराधी है और कोई भी अविश्वसनीय ऐप या लिंक डाउनलोड ना करें जिससे कोई व्यक्ति आपके सिस्टम को दूर बैठे एक्सेस ना करे सके और ना ही किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ निजी जानकारी साझा करें।

साइबर अपराध यू.पी.आई फ्रॉड(क्यू.आर.कोड)-

आजकर साइबर अपराध क्यू.आर.कोड का इस्तेमाल करके भी लोगों को ठगते है। आरोपी आपको मिलते झुलते क्यूआरकोड भेजते है जिन्हें स्कैन करने पर या खोलने पर आपके बैंक अकाउंट से सीथे पैसे ट्रांस्फर कर लिए जाते है। अपने जानकार लोगो से ही क्यूआर कोड सांझा करे। अगर आपके पास कोई संदिग्ध क्यूआर कोर्ड आता है तो तुरंत बैंक को कोल करे।

साइबर पुलिस की उपलब्धियाँ:-

साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 26 जुलाई से 02 अगस्त 2024 तक साइबर अपराध के 09 मुकदमों में 22 आरोपी गिरफ्तार कर 45 लाख 46 हजार रुपए किए बरामद

05 मामले साइबर एनआईटी 02 साइबर सेंट्रल तथा 02 मामला साइबर बल्लबगढ़ ने सुलझाया,

1177 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 3,75,116 रुपए रिफंड व 1,57,331/- रुपए बैंक खातों में कराए सीज

यदि कोई भी संस्था साईबर जागरूकता से सम्बंधित प्रोग्राम/प्रशिक्षण करवाना चाहता है तो मोबाईल नम्बर 9991252353 पर सम्पर्क करें (सहायक पुलिस आयुक्त साईबर, फरीदाबाद)

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