साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 19 जुलाई से 25 जुलाई 2024 तक साइबर अपराध के 10 मुकदमों में 43 आरोपी गिरफ्तार कर 1.31 करोड़ रुपए, 17 लैपटॉप, 1 मोबाइल ओर 16 हेडफोन किए बरामद

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704 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 5,06,222 रुपए रिफंड व 1,34,445 रुपए बैंक खातों में कराए सीज

फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध जसलीन कौर के मार्गदर्शन और एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए फरीदाबाद के तीनों साइबर थाना की टीमो के द्वारा कार्रवाई करते हुए 15 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार आरोपियो में मोहम्मद सादिक, नुसरत अली उर्फ गुड्डू, चंद्र मोहन, विक्रम सिंह, अर्पित शर्मा, कार्तिक, फरजद अली, कुलदीप कुमार, राजू कुमार, मनीष कुमार, योगेंद्र कुमार, कार्तिकेय सिंह, सिद्धार्थ सिंह, एथिल गुलाटी, यश तनेजा, अवीदीप, चिराग, हेमंत तिवारी, रोहतास, लवी गुगलानी, धनंजय कुमार, राकेश, प्रदीप कुमार, आपसन, अमन राज, जेवियर, नितिन शर्मा, चरणदीप सिंह, विनोद राम, निशांत गोस्वामी, अमित, राजू, सांचों पट्टोंन, आदर्श कुमार, अलविश, नासिर आलम, विपुल तथा महिला आरोपी सना, निशा, येंगरकुमला, चुम्बेनी कोकोन, रक्षा त्रिपाठी, दीपिका का नाम शामिल है जिन्हें दिल्ली एनसीआर, राजस्थान इत्यादि स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।

आजकल जब भी हम इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को खोलते हैं तो वहां पर ऑनलाइन जॉब से संबंधित बहुत सारे विज्ञापन दिखाई देते हैं जिसमें प्रति महीने 50 से 60 हजार रूपए मात्र 3 या 4 घंटे का काम रोजाना करके कमाने का लालच दिया जाता है। इस प्रकार के विज्ञापन आमजन को लुभाने के लिए दिया जाते हैं ताकि रोजगार की तलाश में व्यक्ति उनसे संपर्क करें और वह सुनहरी नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे ऐंठ सकें। कुछ आरोपी शेयर मार्किट में पैसे लगाकर मोटे मुनाफे की गारंटी देते है और फर्जी एप के माध्यम से पैसे लगवा देते है, जिस एप में शेयर डाउन ही नही होता और पीडित अधिक पैसे लगा ता जाता है जब पीडित पैसे निकालता है तो पैसे निकलते ही नही है। जब पीडित को समझ आता है जब तक उसके साथ फ्रॉड हो चुका होता है। कुछ सरकारी नौकरी और अच्छी कम्पनी में नौकरी के नाम पर भी ठगी करते है। साइबर ठगी के लिए साइबर अपराधी लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ बडे़ प्रकार टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल करके, QR, UPI ,लोगों के खाते में बहाने से पैसे डलवाने का लालच देना, बैक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना प्रमुख है।

साइबर अपराध के तरीके व बचाव :-

कस्टमर केयर फ्रॉड-

गूगल सर्च इंजन पर साइबर अपराधी अपना प्राइवेट मोबाइल नंबर अपडेट कर देते हैं और जब कोई उस नंबर पर संपर्क करता है तो कस्टमर केयर के फर्जी अधिकारी बनकर साइबर अपराधी बात करते हैं और ग्राहक की बैंक अकाउंट संबंधित जानकारी हासिल करके उसके साथ साइबर फ्रॉड करते हैं। यदि आपसे कोई ऐसा करके आपके बैंक खाता संबंधित कोई निजी जानकारी मांगने की कोशिश करता है तो समझ जाए कि वह साइबर अपराधी है और कोई भी अविश्वसनीय ऐप या लिंक डाउनलोड ना करें जिससे कोई व्यक्ति आपके सिस्टम को दूर बैठे एक्सेस ना करे सके और ना ही किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ निजी जानकारी साझा करें

शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट फ्रॉड:-

आजकल साइबर अपराधी शेयर मार्केट में मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। इसके लिए साइबर अपराधी दूसरे व्यक्तियों द्वारा कमाए गए मोटे पैसे का फर्जी स्क्रीनशॉट दिखाकर लालच देते हैं। यदि आपको भी कोई शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करके मोटी कमाई का लालच देता है तो समझ जाए कि वह साइबर अपराधी है।

साइबर पुलिस की उपलब्धियाँ:-

साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 19 जुलाई से 25 जुलाई 2024 तक साइबर अपराध के 10 मुकदमों में 43 आरोपी गिरफ्तार कर 1.31 करोड़ रुपए, 17 लैपटॉप, 1 मोबाइल ओर 16 हेडफोन किए बरामद

04 साइबर सेंट्रल, 03 मामले साइबर एनआईटी तथा 03 मामले साइबर बल्लबगढ़ ने सुलझाए

704 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 5,06,222 रुपए रिफंड व 1,34,445 रुपए बैंक खातों में कराए सीज

यदि कोई भी संस्था साईबर जागरूकता से सम्बंधित प्रोग्राम/प्रशिक्षण करवाना चाहता है तो मोबाईल नम्बर 9991252353 पर सम्पर्क करें (सहायक पुलिस आयुक्त साईबर, फरीदाबाद)

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