Front News Today (नई दिल्ली): एशियन डेवलेपमेंट बैंक (एडीबी) के वाइस प्रेसिडेंट, श्री शिक्सिन चेन ने अपने एक-दिवसीय दौरे में दुहाई डिपो में स्थापित सेंटर ऑफ इनोवेशन, ‘अपरिमित’ का उद्घाटन किया। साथ ही, श्री चेन ने एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक, श्री विनय कुमार सिंह और एडीबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के विभिन्न निर्माण स्थलों का दौरा भी किया।
श्री चेन द्वारा उद्घाटित अत्याधुनिक सेंटर फॉर इनोवेशन, ‘अपरिमित’ जिसका निर्माण एडीबी के अर्बन क्लाइमेट चेंज रेजिलिएंस ट्रस्ट फंड के अनुदान से किया गया है, आरआरटीएस कॉरिडोर के डिज़ाइन, विकास और संचालन के लिए नवीनतम तकनीकें उपलब्ध कराएगा। नवीनतम तकनीकें जैसे वर्चुअल रिएलिटी, ऑग्मेंटेड रिएलिटी, बिल्डिंग इन्फॉर्मेशन मॉडलिंग आदि के लिए डेडिकेटेड लैब आदि स्थापित किये गए हैं जिसका उपयोग परिचालन दक्षता के साथ-साथ प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री विनय कुमार सिंह ने कहा, “एडीबी जैसे विश्वसनीय भागीदार के साथ, एनसीआरटीसी न केवल यात्री-केंद्रित परियोजनाओं की योजना बनाई और लागू कर रही है, बल्कि शहरी परिवहन के क्षेत्र में तकनीकी क्षमता का विकास भी कर रही है। आरआरटीएस का आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभाव दीर्घकालिक है, और एनसीआरटीसी इसी दिशा में उन्नत तकनीकों को अपना कर भविष्य की योजनाओं के लिए मार्ग प्रशस्त कर रही है।
एनसीआरटीसी का उद्देश्य नवोन्मेषी डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके, परिचालन दक्षता में सुधार करना, यात्रियों के साथ जुड़ाव को सुदृढ़ और सुव्यवस्थित करना और संगठन को निरंतर परिवर्तित होते उद्योग के साथ कदम मिलाने के लिए अधिक दक्ष और उत्तरदायी बनाना है। ये उन्नत प्रौद्योगिकियां न केवल प्रशिक्षण प्रक्रिया में क्रांति लाएंगी बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगी कि एनसीआरटीसी टीम तकनीकी रूप से विश्व स्तर पर अन्य समकक्षों के समतुल्य रहे। एनसीआरटीसी और एडीबी के बीच साझेदारी एक समृद्ध, समावेशी, और सतत एशिया का निर्माण करने की एडीबी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
श्री चेन ने सराय काले खां और आनंद विहार स्टेशन का दौरा भी किया और मल्टी-मॉडल-इंटीग्रेशन (एमएमआई) के लिए एनसीआरटीसी द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों की सराहना की। एमएमआई के मूल सिद्धांत का पालन करते हुए, इन स्टेशनों को सार्वजनिक परिवहन के अन्य मौजूदा साधनों से निर्बाध रूप से जोड़ा गया है जो इन कैपिटल-इंटेन्सिव परियोजनाओं के लिए आवश्यक बेहतर राइडरशिप और लॉन्ग-टर्म सस्टेनेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए नेटवर्कों का एक विशाल नेटवर्क तैयार करेगा।
वीपी, एडीबी ने आनंद विहार में ‘सुदर्शन’ (टनल बोरिंग मशीन) द्वारा टनल बनाने के कार्य को भी देखा, जहां वर्तमान में तीन टीबीएम टनल बोरिंग के काम में रात-दिन लगी हुई हैं। यात्रियों की सुलभ एवं सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए इस स्टेशन को रणनीतिक रूप से मौजूदा परिवहन साधनों के पास निर्मित किया गया है। एडीबी के सभी अधिकारियों ने एनसीआरटीसी द्वारा नवीनतम तकनीकों, रणनीतिक योजना और प्रगतिशील तरीकों का उपयोग कर सभी चुनौतियों पर काबू पाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।