जुआ के मामले में आरोपियो से ₹ 52,60,505/ वही अवैध शराब तस्करी करने वाले आरोपियो से शराब की 40043 बोतल बरामद
नवम्बर महा में 235 मामले दर्ज कर 287 आरोपियो को गिरफ्तार कर, जुआ के 707050रु व अवैध शराब की 2967 बोतल बरामद
फरीदाबाद-08 दिसम्बर, हरियाणा सरकार के नशा मुक्त हरियाणा अभियान के अंतर्गत पुलिस आयुक्त के द्वारा अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त आरोपियो की धर-पकड़ व अपराध पर अंकुश लगाने के दिए गए निर्देश पर क्राइम ब्रांच व थाना की टीम ने अवैध शराब तस्करी करने वाले और जुआ खेलने व खिलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 3709 आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की गई है। पुलिस आयुक्त के द्वारा समय समय पर क्राइम रिव्यू मीटिंग में सभी थाना, चौकी प्रभारी व क्राइम ब्रांच ईंचार्जों को अपराध पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए जाते रहे है। इसके अलावा जुआ व शराब की तस्करी वाले इलाको में पुलिस की गस्त बढ़ाई गाई है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया नवम्बर महा में जुआ खेलने व खिलाने वालो के खिलाफ 126 मुकदमें दर्ज कर 179 आरोपियो को गिरफ्तार कर 707050रु नगद बरामद किए गए है वही वर्ष 2023 में अब तक जुआ के 1999 मुकदमें दर्ज कर 2524 आरोपियो को गिरफ्तार कर 5260505 रु बरामद किए गए है तथा अवैध शराब तस्करी करने वाले आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नवम्बर 109 मुकदमें दर्ज कर 108 आरोपियो को गिरफ्तार कर 2967 बोतल बरामद की गई है। वही वर्ष 2023 में अब तक शराब तस्करी करने वालों के खिलाफ 1098 मामले दर्ज कर 1185 आरोपिय को गिरफ्तार कर 40043 शराब की बोतल बरामद की गई है।
युवा पीढ़ी नशे की लत से बहुत जल्दी शिकार होती है। जिसके कारण धन की हानि के साथ साथ- स्वास्थ में का भी खराब होता है।समाज के विभिन्न अपराधों का एक कारण नशा भी है। लोग अपनी जिम्मेदारी समझे और अपने बच्चो पर ध्यान रखे जिससे की युवा पीढ़ी को नशे के शिकार होने से बचाया जा सके। नशे की लत बच्चों में गलत संगत में पडने से लगती है इसलिए हमें अपने बच्चो को गलत संगत से बचा के रखना है। नशे की लत लगने से व्यक्ति समाज में मानसिक रूप से बीमार बन जाता है। साथ ही स्वास्थ भी खराब हो जाता है। नशा एक ऐसी समाज की बुराई जिसके कारण समाज की पूरी युवा पीढ़ी खराब हो जाती है। कम्युनिटी पुलिसिंग प्रभारी इंस्पेक्टर माया व विभिन्न थाना प्रबंधक द्वारा वीडियो वेन द्वारा स्कूल कॉलेज, मार्केट, फैक्ट्री /कंपनियों में नशे के दुष्परिणामों के बारे में शॉर्ट मूवी दिखाकर जागरूक किया जा रहा है