*मुख़्यमंत्री द्वारा खेल मंत्री का बचाव, बेशर्मी की हद – नवीन जयहिन्द*
चरखी दादरी । जैसा कि आप जानते है कि नवीन जयहिन्द ऐलान कर चुके है कि 14 जनवरी मकर सक्रांति के दिन बेरोजगारो की बारात निकालकर क्रांति की शुरुआत करेंग और दोपहर 12 बजे रोहतक के मानसरोवर पार्क से भाजपा के राज्यकार्यालय रोहतक पर बेरोजगारो की बारात लेकर जाएंगे। जयहिन्द ने सभी दादरी वासियों व सभी पत्रकार बन्धुओ को अपनी-अपनी समस्याओं के साथ बारात में पहुंचने का न्योता दिया, साथ ही जयहिन्द ने एक नंबर (7027-822-822) जारी करते हुए बताया कि आप बारात में शामिल होने के लिए इस नंबर पर कॉल करके रजिस्ट्रेशन करवा सकते है और अब तक 2300 से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके है। जयहिन्द ने बताया बताया कि बेरोजगारो की बारात निकालनी इसलिए जरूरी है क्योंकि 8 साल पहले भाजपा नेता ओम प्रकाश धनखड़ कहते घूमते थे कि हरियाणा में भाजपा सरकार आते ही सभी बेरोजगारो के लिए बिहार से बहु लेकर आएंगे और रोजगार देंगे। मगर अपने दूसरे वादों की तरह यह वादा भी वे नही निभा पाए।
साथ ही जयहिन्द ने बताया ग्रह मंत्री अनिल विज्ज पर कटाक्ष करते हुए बताया कि पहले तो अनिल विज्ज साहब कपड़े उतार कर प्रदर्शन करते थे की अगर उनकी सरकार बनी तो हरियाणा पुलिस को पंजाब पुलिस के समान वेतन देंगे, लेकिन आज तक लागू नही हुआ।
जयहिन्द ने हरियाणा के विपक्ष को घेरते हुए कहा कि हरियाणा का विपक्ष गूंगा व बहरा बना हुआ है जो कि प्रदेश में इतनी समस्याएं होने के बावजूद विपक्ष का कोई भी नेता आवाज नही उठा रहा। जयहिन्द ने कहा कि हो सकता है कि सरकार विपक्ष को फाइलों व जेल का डर दिखाकर उन्हें चुप रखना चाहती है। लेकिन हम चुप बैठने वाले नही है, इसी तरह से हम जनता की आवाज उठाते रहेंगे।
जयहिन्द ने बताया कि हमे दहेज में कुछ नही चाहिए बस मान-तान में सरकार प्रदेश की जो मांगे है उन मांगे पूरी करे जो कि इस प्रकार है।
1. बेरोजगारों के रोजगार की मांग , CET क़वालीफाई करने की मांग, HTET आजीवन करने की मांग, भर्ती कैलेंडर जारी करने की मांग,हरियाणा की नौकरियों पर पहला हक हरियाणवी को दो और पांच लाख खाली पदों को भरने की मांग,खिलाड़ियों के खेल कोटा व EBPG कोटा बहाल करने की मांग।
2. 102 वर्षीय दादा दुलीचंद को थापा लगवाई में – नाजायज तरीके से कटी गयी पांच लाख विधवा, बुढापा, व विकलांग पेंशन दोबारा लागू करने की मांग।
3. पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांग, हरियाणा पुलिस कर्मचारियों का वेतन पंजाब पुलिस के वेतन के समान करने की मांग।
4. राष्ट्रपति व सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश के अनूसार कैदियों को जल्द न्याय देने की मांग, जेल में कैद 70 प्रतिशत निर्दोष कैदियों को न्याय देने की मांग, कैदियों की कोरोना काल की छुट्टियों को सजा में गिने जाने की मांग, कैदियों के लिए सर्दियों में गर्म पानी व गर्मियों में पीने के लिए ठंडे पानी की मांग, जेल से नेता चुनाव भी लड़ सकते है तो इसलिए कैदियों को वोट डालने का अधिकार देने की मांग।
5. हरियाणा में फैमिली आईडी, प्रोपर्टी आईडी, नशा, क्राइम, जैसी विभिन्न समस्यायों का समाधान करने की मांग।
जयहिन्द ने बताया कि जनता की आवाज सिर्फ बोलने से नही उठाई जाती , जिगर से उठाई जाती है और हम इसी तरह से जनता की हक की आवाज उठाते रहेंगे। साथ ही जयहिन्द ने बताया कि हम नेता जी सुभाष चंद्र बोस, सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे क्रांतिकारियों को मानने वाले आदमी है। चाहे यह सरकार मुझे चाहे सौ बार गिरफ्तार करले या सौ बार जेल में डाल दे लेकिन सरकार को इन मुद्दों से भटकने नही दूंगा और जनता की आवाज उठाने से जयहिन्द कभी पीछे नही हटेगा।
*राशन कार्ड के जरिये लोगो की गर्दन काटना चाहती है सरकार – जयहिन्द*
जयहिन्द ने बताया कि पहले तो पीपीपी आईडी के नाम पर लाखो बुजुर्गो,विधवाओं व विकलांगो की पेंशन काट दी और अब बीपीएल कार्ड काट कर जनता को परेशान किया जा रहा है। यह सरकार राशन कार्ड के जरिए लोगो की गर्दन काटना चाहती है। सरकार ने लोगो के राशन कार्ड काट कर प्रदेश की जनता के साथ अन्याय किया है। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि जिनके भी राशन कार्ड काटे गए है वे भी ओर जिसकी जो भी समस्या है वह अपनी समस्या को लेकर बेरोजगारो की बारात में शामिल हों।जयहिन्द ने बताया पूरे हरियाणा के पटवारी धरने पर बैठे हुए है जिसका कारण यह सरकार है और हम इनके समर्थन है। डिग्रियाँ करे हुए पटवारियों को इतना कम वेतन दे रही है सरकार ओर खाली पदों को नही भरा जा रहा इससे साफ पता लगता है कि हरियाणा में भी गुजरात मॉडल लागू करके सभी कुछ प्राइवेट कर देना चाहती है यह सरकार। मुख़्यमंत्री जी को शर्म आती चाहिए कि नए साल पर लोग इस तरह से अपनी जायज मांगो को लेकर परेशान है ओर धक्के खाते घूम रहे है। साथ ही जयहिन्द ने बताया कि सभी पटवारियों को मुख़्यमंत्री, मंत्री, विधायको के खुलासे करने चाहिए और सभी डाक्यूमेंट्स को बाहर लाना चाहिए ताकि इनकी सच्चिई लोगो को पता चले तभी ये आपकी मांगे मानेगे।
महिला खिलाड़ी मुख़्यमंत्री की रिश्तेदार होती और आरोप नवीन जयहिन्द पर लगता तो क्या अबतक गिरफ्तारी नही होती*
मुख़्यमंत्री जी जनता में ये बात फैला रहे है के खेल मंत्री ने इस्तीफा दिया है यह इस्तीफा नही है। जयहिन्द ने मुख़्यमंत्री जी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि मुख़्यमंत्री मनोहरलाल है या खेल मंत्री। आखिर किस लिए खेल मंत्री को बचाया जा रहा है। खेल मंत्री खुद कहते है कि मैं अपना विभाग मुख़्यमंत्री जी को सौंपता हूँ। मुख़्यमंत्री को पूर्ण रूप से खेल मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए।
जयहिन्द ने कहा कि लगता मुख़्यमंत्री ने लोगो को पागल बनाने वाली किताब पढ़ रखी जो रेलवे स्टेशन पर मिलती है, मगर हरियाणा की जनता पागल नही है। अगर महिला खिलाड़ी मुख़्यमंत्री की रिश्तेदार होती और ये जो धाराएं खेल मंत्री पर लगी है किसी आम व्यक्ति पर लगती या मुझ पर ही लगती तो अबतक जेल में जेल में डाल दिया जाता, तो खट्टर साहब खेल मंत्री को बचा कर क्या छिपाना चाहते है। मुख़्यमंत्री जी खेल मंत्री का बचाव करके बेशर्मी की सभी हदे पर कर रहे है।
जयहिन्द ने कहा कि हम शुरू से कह रहे है कि महिला खिलाड़ी व खेल मंत्री दोनों का ही नार्को टेस्ट होना चाहिए या हाइ कोर्ट के सिटिंग जज से पूरे मामले की जांच करवाई जाए, जिससे सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। अगर जांच में महिला खिलाड़ी दोषी पाई जाती है तो उस पर कार्यवाही हो और अगर खेल मंत्री दोषी मिलते है तो उनका तुरंत इस्तीफा दिलाकर जेल में डाला जाए। जयहिन्द ने सभी खाप पंचायतो से भी अपील करते हुए कहा के आप भी पीड़ित महिला खिलाड़ी के समर्थन में आए और उसके हक की आवाज उठाए। क्योंकि इससे हरियाणे का माहौल खराब होता है। इसका सीधा सीधा प्रभाव हरियाणा की हजारो महिला खिलाड़ियों पर पड़ेगा। क्योंकि अगर महिला खिलाड़ियों के साथ प्रमोशन के बहाने, नौकरी के बहाने, ट्रांसफर के बहाने इस तरह की हरकतें होंगी तो कोई भी परिवार अपनी लड़कियों को खेलो में हिस्सा नही दिलाएंगे। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा भी तो यही पानीपत से ही शुरू हुआ था ओर अब यह होगया है कि इन मंत्रियों से अपनी बेटी को बचाओ।
*जेल मंत्री है जीरो मंत्री*
जयहिन्द ने बताया कि प्रदेश के जेल मंत्री जेरो मंत्री है। मंत्री जी को तो शर्म आनी चाहिए क्योंकि वे ताऊ देवीलाल जी के परिवार से आते है और ताऊ देवीलाल जी ने अपने जीवन मे बहुत आंदोलन करे है जिस वजह से वे कई बार जेल भी गए। उन्हें अच्छे से पता होना चाहिए कि जेल में क्या-क्या समस्याएं होती है लेकिन वे फिर भी कैदियों की सुविधाओं की व्यवस्था नहीं करते।