Front News Today: लखनऊ। 30 जून 2021, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) एवं भाजपा का गठबंधन होगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी से मुलाकात के दौरान इस दिशा में चर्चा हुई और उन्होंने सभी से चर्चा के बाद इसको मूर्त रूप दिए जाने का आश्वासन दिया है।

ये बात रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन भाई गुप्ता ने यूपी प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में मीडिया बंधुओं से बातचीत के दौरान कही।

पवन भाई गुप्ता ने कहा कि बीती 23 जून को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी से मा. राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री डॉ. रामदास आठवले जी के नेतृत्व में मुलाकात हुई। जिसके बाद आरपीआई-भाजपा गठबंधन को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। वहीं 13 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मुलाकात के दौरान गठबंधन को लेकर विचार-विमर्श हुआ। उत्तर प्रदेश के भाजपा संगठन मंत्री सुनील बंसल जी से इस संदर्भ में कई बार मुलाक़ात एवं बातचीत हो चुकी है। आगामी 31 जुलाई को माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री डॉ. रामदास आठवले जी लखनऊ आ रहे हैं। जिसके बाद गठबंधन की सीटों को लेकर आरपीआई कार्यकारिणी की एक बैठक होनी है। इस दौरान डॉ. रामदास आठवले जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी एवं संगठन के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पवन भाई गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों से बसपा कैडर से जुड़े लोग तेजी से आरपीआई की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। बहन मायावती जी की गलत नीतियों के चलते अब बाबा साहब को मानने वाला वर्ग विकल्प की तलाश कर रहा है, जो आरपीआई के रूप में उसे मिल चुका है।

उन्होंने कहा कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण, दलित उत्थान के नाम पर जातीय उन्माद भड़का रहे हैं। जो बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा बताए गए समतामूलक समाज की स्थापना के सिद्धांतों के विरुद्ध है। भीम आर्मी, पहले ऐसे दलित, पिछड़े युवाओं में जातीय जहर भरकर उकसाती है, लेकिन जब उन पर मुकदमा होता है तो भीम आर्मी उनका कोई समर्थन नहीं करती और उनका जीवन कष्टप्रद हो जाता है।

पवन भाई गुप्ता ने कहा कि सपा बसपा की सरकारों ने दलितो – वंचितों के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां तो खूब सेंकी लेकिन सरकार में आकर इन लोगों ने कभी दलित – वचित समाज का उत्थान नहीं किया, दलित, वंचित समाज ने हमेशा अपना हितैषी मानकर सपा – बसपा की सरकारें बनवाई लेकिन समाज का कल्याण कभी नहीं हो सका , क्योंकि इन दलों ने हमेशा इस समाज को वोट बैंक के रूप में प्रयोग किया। 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद शासन की योजनाएं दलित वंचित समाज तक बिना किसी मतभेद के पहुँची, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने दलितो , वंचितों आदिवासियों , पिछड़ो , वनवासियों और महिलाओं सहित हर तबके के उत्थान के लिए कार्य किया। प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, सौभाग्य योजना से बिजली कनेक्शन, उज्जवला योजना से रसोई गैस कनेक्शन लोगों को मिला, इससे सबसे ज्यादा लाभान्वित दलित, वंचित समाज हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की शोषित वंचित समाज के प्रति कार्य को देखकर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) लगातार करीब 7 वषों से केंद्र में मोदी सरकार के सहयोगी दल के रूप में कार्य कर रही है, साथ ही उत्तर प्रदेश में आरपीआई , योगी सरकार को समय-समय पर एक सहयोगी दल के रूप में तमाम विषयों की यथास्थिति से अवगत कराती रहती है।

पवन भाई गुप्ता ने कहा कि आरपीआई लगातार उत्तर प्रदेश में अपने संगठन के विस्तार में जुटी हुई है, अब तक करीब 45 जिलों में जिलाध्यक्ष सहित अन्य कार्यकारिणी की घोषणा कर दी गयी है एवं 16 मंडलो के प्रभारी बना दिए गए हैं। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) की बढ़ती ताकत को देखकर बसपा कैडर के लोग लगातार पार्टी से जुड़ रहे हैं, आरपीआई उत्तर प्रदेश में दलित-वंचित समाज के लिए एक नये विकल्प के रूप में खड़ी है, लगातार पूरे उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से लोग पार्टी से जुड़ रहे हैं।

श्री गुप्ता ने कहा कि योगी सरकार के अब तक के कार्यकाल में, योगी जी के नेतृत्व में पूर्वाचल में भयंकर रूप से व्याप्त संगठित अपराध को लगभग खत्म किया जा चुका है, जिससे उत्तर प्रदेश की छवि में काफी सुधार हुआ है।

Ramdas Athawale
Pawan Bhai Gupta

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