(Front News Today) इन दिनों ने दुनिया भर में कोरोना की वैक्सी बनाने पर काम चल रहा है… और कई देशों ने तो दावा भी कर दिया है… इन देशों में रूस… अमेरिका… और ब्रिटेन शामिल हैं… जिनमें ताजा मामला कोरोना की वैक्सीन से जुड़ा… ब्रिटेन से सामने आया है…

कोरोना की दवा बनाने का दावा किया दुनिया की मशहूर ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी ने किया है… बताया जा रहा है कि इस दवा से मरीज वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती पाई गई है… ऑक्सफर्ड के वैज्ञानिक इस वैक्सीन को लेकर न सिर्फ आश्वस्त हैं… बल्कि उन्हे 80 फीसदी भरोसा है… सितंबर तक वैक्सी इस्तेमाल के लिए उपलब्ध भी हो जाएगी… बता दें कि इस वैक्सीन का उत्पादन एस्ट्राजेनिका नाम की फार्मासूटिकल कंपनी कर रही है। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन का शूरू में 15 मरीजों पर ट्रायल हुआ… जिन मरीजों की ये दवा दी गई उनमें उनमें ऐंटीबॉडी और वाइट ब्लड सेल्स विकसीत होते हुए देखे गए… जिससे उनका शरीर वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता के साथ लड़ने में सक्षम हो सकता है… इस वैक्सीन की खास बात ये है कि अमूमन वैक्सीन के ऐंटीबॉडी बनती है… लेकिन इस वैक्सीन के जरिए शरीर में ऐंटीबॉडी के साथ-साथ किलर टी सेल्स भी पैदा हो रही है… जो शरीर में मौजूद वायर को मारता है। बता दें कि इस वैक्सीन का ट्रायल ब्रिटेन के 8 हजार, ब्राजील और द. अफ्रीका के 6 लोगों पर हआ… ऑक्सफर्ड की वैक्सीन का ब्रिटेन में सबसे पहले इंसानों पर ट्रायल किया गया था.. वहीं इससे पहले अमेरिका ने भी कोरोना की वैक्सीन बनाने की दावा किया था… जो सफल भी रहा था… ये टेस्ट शुरूआत में 45 लोगों पर किया गया था… जिसके परिणाम वैज्ञानिकों के मुताबिक अच्छे रहे थे… इन 45 लोगों की लोगों की उम्र 18 से 55 साल के बीच थी… और ये सभी स्वास्थ थे। इसके लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट किया… हालांकि ट्रंप ने वैक्सीन के बारे में कुछ ज्यादा तो नहीं बताया… लेकिन उन्होंने अपने ट्वीट लिखा कि ग्रेट न्यूज ऑन वैक्सीन… मतलब कोरोना को लेकर एक अच्छी खबर है। ट्रंप के इस ट्वीट से ज्यादा जानकारी तो नहीं मिली, लेकिन ये अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की वैस्कीन बना ली गई है, आपको बता दें कि इस वक्त कोरोना से अगर कोई सबसे ज्यादा प्रभावित देश है तो अमेरिका है। लेकिन रूस ऐसा देश है जिसने सबसे पहले कोरोना वैक्सीन के सफल परीक्षण का दावा किया था… और ये दावा रूस की सेचेनोव फर्स्ट मॉस्को स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी नें किया… उनसे बताया कि दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सी न के क्लीनिकल ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे कर लिए है… यूनिवर्सिटी ने 18 जून को रूस के गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा बनाई गई दवा का परीक्षण शुरू हुआ था… वॉलंटीयर्स का पहला ग्रुप बुधवार डिस्चार्ज कर दिया गया… और दूसरा ग्रुप 20 जुलाई को डिस्चार्ज किया जाएगा… वहीं सेचनोव यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक ने वैक्सीन के सुरक्षित होने की पुष्टि भी की है।

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