-जिले की 29 ग्राम पंचायतें हुई टीबी मुक्त घोषित, स्मृति चिह्नï पाकर हुई गदगद
-टीबी मुक्त जिला बनाने में पंचायतों की सक्रिय भागीदारी जरूरी : उपायुक्त नेहा सिंह
-टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
जिला उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान को गति देने के लिए पंचायतों की सक्रिय भागीदारी जरूरी है, ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति इस अभियान में अपना सराहनीय योगदान दें, जिससे वर्ष 2025 तक प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार किया जा सके। जिला उपायुक्त नेहा सिंह बुधवार ने लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला स्तरीय टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत जिला की 29 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित होने पर उनके सरपंचों को स्मृति चिह्नï देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिला उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश में टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त गांव बनने पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ग्राम पंचायत के लिए विशेष योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत तीन स्तर पर ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया जाएगा। प्रथम चरण में जिले में 29 पंचायत चयनित हुई हैं जो पूर्ण रूप से टीबी मुक्त घोषित की गई हैं। टीबी मुक्त पंचायतों के सम्मान में जिला सचिवालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम भी बधाई की पात्र हैं।
उपायुक्त नेहा सिंह ने ग्राम सरपंचों को सम्मानित करते हुए कहा कि देश के विकास को गति देने में आमजन का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। ग्राम पंचायत अपने गांव में लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराएं। हमें अपनी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत के साथ-साथ अन्य बीमारियों से भी मुक्ति पाना है। हमें अपने गांव को टीबी मुक्त बनाने के लिए एकजुटता से कार्य करना होगा, तभी माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टीबी मुक्त भारत अभियान का सपना साकार होगा।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य विभाग के उप सिविल सर्जन डा. अजय माम, उप सिविल सर्जन टी.बी. डा. संजय शर्मा, एम.ओ. डा. दिवाकर शर्मा, डीपीसी वेद प्रकाश, डीपीपीएम दिनेश कुमार सहित गांवों के सरपंच मौजूद रहे।