हमारे हथकरघा कारीगरों की कुशलता से कुल्लू की शॉल से लेकर चंबा के रुमाल और हिमाचली टोपी आज दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। हिमाचल प्रदेश के हस्तशिल्प और हथकरघा के समृद्ध खजाने को हमारे हथकरघा कारीगर न केवल संवार रहे हैं, बल्कि इन्हें मजबूती से आगे भी बढ़ा रहे हैं।
आज राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर मैं देवभूमि के सभी हथकरघा कारीगरों और खासकर कारीगर बहनों को प्रणाम करता हूँ।
~ मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू