फरवरी में हुए दिल्ली दंगों की जांच में अब खुलासे हो रहे हैं, इस दंगे में दिल्ली पुलिस ने चार्ज शीट दायर की है, इस दंगे में 50 से अधिक लोग मारे तथा 200 से अधिक लोग घायल हो गए, तथा कई लोगों के घर जल गए, इस आरोप पत्र में कहा गया है कि सी ए ए प्रदर्शनों के खिलाफ भड़काऊ भाषण तथा फंड उपलब्ध कराया जाता था इन लोगों के द्वारा यह लोग हैं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद माकपा नेता उदित राज और वृंदा करात है, यह लोग प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर लोगों को भड़का आते थे और सरकार के खिलाफ के उकसाते थे, इस दंगों के संबंधित मामले में पूर्व पार्षद इशरत जहां और सुरक्षा प्राप्त एक गवाह का हवाला देते हुए कहा कि यह लोग संबंधित स्थलों पर जाते थे और लोगों को बरगलाते थे, इससे गवाह ने खुरेजी नामक स्थल का जिक्र किया जहां यह लोग जाते थे, गवाह को दंड प्रक्रिया संहिता 161 के द्वारा इन बड़े लोगों का नाम लिया और कहा कि और भी जाने-माने लोग खुरेजी नामक स्थल पर आए थे, और भड़काऊ भाषण देने लगे और लोगों को उकसाने में इन्हीं का हाथ है, और यह लोग सीए एनआरसी के लिए इस स्थल पर बराबर आया करते थे, वही आरोप पत्र में आगे कहा गया है कि इशरत जहां ने अपने बयान में आरोप लगाया कि सी ए ए, एनआरसी विरोधी प्रदर्शन को जारी रखने के लिए सलमान खुर्शीद, फिल्मकार राहुल राय, तथा भीम आर्मी के सदस्य हिमांशु जैसे लोगों को उन्होंने और खालिद सैफी ने जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) के निर्देशों पर बुलाया था, इशरत जहां ने कहा कि प्रदर्शन को लंबे समय तक जारी रखने के लिए मैंने और खालिद सैफी ने जेसीसी के निर्देशों पर सलमान खुर्शीद, हिमांशु, राहुल राय चंदन कुमार को बुलाया, उन्होंने बेहद भड़काऊ भाषण दिए और सरकार के खिलाफ बरगलाते थे, जिसमें प्रदर्शन के खिलाफ बैठे लोग गुस्से से उबल जाते थे, वही सैफी ने कहा कि इस प्रदर्शन में आप पार्टी के कुछ सदस्य भी थे जिसमें स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, और सलमान खुर्शीद हैं जो लोगों को सरकार के खिलाफ बरगलाने आते थे,
इस आरोप पत्र से पता चलता है कि यह सभी दंगे जैसे दिल्ली दंगा हाल ही में बेंगलुरु दंगा यह संयोग नहीं प्रयोग है, और इसमें बड़े बड़े नाम शामिल हैं जो देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं, यही नहीं यह लोग योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम देते हैं, इनसे आम लोगों को नुकसान तो होता ही है सरकार के संपत्तियों को नुकसान होता है सरकार को इन लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिससे कि देश में अमन और शांति कायम रहे।