(Front News Today) कोराेना काल में निजी अस्पताल चांदी काट रहे है, सरकार कोरोना के इलाज को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है और उधर निजी अस्पतालों को खुली छूट मिल गई है।निजी अस्पताल मरीजों से कमरा, पीपीइ किट, मास्क, नर्सिंग चार्ज सहित अन्य सुविधाओं के नाम पर मनमाना पैसा वसूल रहे हैं, निजी अस्पतालों के कमरे का किराया फाइव स्टार होटल से भी ज्यादा है,निजी अस्पताल अपने हिसाब से कोरोना संक्रमितों के इलाज केे पैसे वसूल रहे है. संक्रमितों के इलाज में दर की एकरूपता नहीं है. हर अस्पताल अलग-अलग दर पर इलाज कर रहे हैं, क्या ऐसी परिस्थिति में किसी गरीब मरीज का इलाज संभव है?

कई राज्यों के निजी अस्पतालों में इलाज की दर तय

उत्तर प्रदेश
एनएबीएच श्रेणी के अस्पताल : मध्यम बीमारी (आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन) गंभीर बीमारी (आइसीयू लेकिन वेंटिलेटर नहीं) बहुत गंभीर बीमारी (आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ)

10,000 रुपये (1200 रुपये के पीपीइ किट के साथ) 15,000 रु (दो हजार रु के पीपीइ किट के साथ) 18,000 रु (दो हजार केे पीपीइ किट के साथ)

नन-एनएबीएच श्रेणी के अस्पताल : मध्यम बीमारी (आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन) गंभीर बीमारी (आइसीयू लेकिन वेंटिलेटर नहीं) बहुत गंभीर बीमारी (आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ)

8,000 रुपये (1,200 रु के पीपीइ किट के साथ) 13,000 रु (दो हजार के पीपीइ किट के साथ) 15,000 रु (दो हजार का पीपीइ किट के साथ)

नोट: बी व सी श्रेणी के नगरों मेें स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल उक्त दरों का क्रमश: 80 से 60 फीसदी दर लेंगे.

तेलंगाना : पैकेज प्रतिदिन का दर मिलने वाली इलाज सुविधाएं

रूटीन वार्ड सह अाइशोलेशन 4,000 रुपये प्रतिदिन आवश्यक खून व रेडियोलाॅजी जांच शामिल है, लेकिन पीपीइ किट, कोविड टेस्ट,सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच में शामिल नहीं.

आइसीयू बिना वेंटिलेटर 7,500 रुपये प्रतिदिन आवश्यक खून व रेडियोलाजी जांच शामिल है, लेकिन पीपीइ किट, कोविड टेस्ट, सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच में शामिल नहीं.

आइसीयू व वेंटिलेटर 9,000 आवश्यक खून व रेडियोलाॅजी जांच शामिल है, लेकिन पीपीइ किट, कोविड टेस्ट, सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच में शामिल नहीं.\

एनएबीएच श्रेणी के अस्पताल : मध्यम बीमारी (आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन) गंभीर बीमारी (आइसीयू लेकिन वेंटिलेटर नहीं) बहुत गंभीर बीमारी (आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ)

10,000 रु (1200 रु के पीपीइ किट के साथ) 15,000 रु (दो हजार के पीपीइ किट के साथ) 18,000 रु (दो हजार के पीपीइ किट के साथ)

नन-एनएबीएच श्रेणी के अस्पताल

मध्यम बीमारी (आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन) गंभीर बीमारी (आइसीयू लेकिन वेंटिलेटर नहीं) बहुत गंभीर बीमारी (आइसीयू में वेंटिलेटर के साथ)

8,000 रु (1200 रु के पीपीइ किट के साथ) 13,000 रु (दो हजार के पीपीइ किट के साथ) 15,000 रु (दो हजार के पीपीइ किट के साथ)

कमरा, पीपीइ किट, मास्क, नर्सिंग चार्ज के लिए मनमाना पैसे ले रहे अस्पताल

एक दिन के लिए एक कमरे का किराया 14,500 रुपये तक वसूल रहे शहर के निजी अस्पताल

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