(Front News Today) देवरिया के गौरी बाजार में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया। गोरी बाजार क्षेत्र में इंदूपुर एक अवैध रूप से संचालित एक निजी अस्पताल में चिकित्सक के ऑपरेशन के बाद प्रसूता की मौत हो गयी। हंगामा होने पर मौका पाकर अस्पताल संचालन अस्पताल बंद कर भाग निकला। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और अवैध रूप से संचालित अस्पताल सील कर दिया।
गौरीबाजार के जोगम निवासी अभय सिंह की एक साल पहले शादी हुई थी। पत्नी सुमन(22) को रविवार रात प्रसव पीड़ा होने पर प्राइवेट वाहन से लेकर सीएचसी पहुँचे थे। दो स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की वजह से सीएचसी सील कर दी गई थी। रेफर होने पर घरवाले गर्भवती महिला को इंदूपुर स्थित एक निजी अस्पताल पर लेकर पहुंचे थे।अस्पताल संचालक ने सुरक्षित प्रसव कराने की बात कह परिवार के लोगों को विश्वास में ले लिया।
सोमवार सुबह अस्पताल कर्मियों ने महिला की खून की कमी बताते हुए ब्लड का इंतजाम करने को कहा। उधर , घरवाले खून का इंतजाम करने निकले थे,इधर कथित निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने महिला का ऑपरेशन कर दिया।ऑपरेशन से बच्चे को तो बाहर निकाल दिये, परन्तु जच्चा की हालत बिगड़ने पर संचालक गोरखपुर ले जाने को कहा। निजी वाहन से गोरखपुर ले जाते समय उसकी रास्ते में मौत हो गई। इस बात की भनक लगते ही संचालक अस्पताल बन्द कर फरार हो गया।ग्रामीणों का हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुँची पुलिस ने अस्पताल को सील कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह गौर का कहना है अभी बाहर हूं। थाने पर पहुँच कर मामले की पूरी जांच की जायेगी।