Front News Today: भारत और चीन का संबंध इस समय नाजुक दौर से गुजर रहा है, सीमा पर तनाव बना हुआ है और झड़प की भी खबर आ रही हैं, हर स्थिति यहां तक हो गई है कि फायरिंग की भी खबरें आ गई हैं, और एक दूसरे के सैनिक आमने-सामने की स्थिति में खड़े हैं, वैसे चीन भारत के आजादी के बाद से ही कुदृष्टि से देखता आ रहा है, आने से 1961 के युद्ध में भारत के हजारों वर्ग किलोमीटर जमीन को हड़प लिया है, चीन के जितने भी पड़ोसी देश है उनसे जमीनी विवाद किया रहता है, चीन छोटे देशों को कर्ज के जाल में फंसा कर उसके जमीन को हड़पने की कोशिश करता है और तो और उसके आंतरिक मामलों में भी दखल देने लगता है, अभी हाल ही में नेपाल के केपी ओली के सरकार को गिरने से बचा लिया है इससे पता चलता है कि नेपाल में चीन की कितनी दखलअंदाजी बढ़ गई है, यह तो बस एक छोटा सा उदाहरण है और भी बहुत सारी उदाहरण मिल जाएंगे, जैसे बड़ी मछलियां छोटी मछलियों को खा जाती है ठीक उसी प्रकार चीन व्यवहार कर रहा है, उधर चीन साउथ चाइना सी को पूरा क्षेत्र अपना बताता है, और पड़ोसी देशों को समुंद्र में मछलियां और नौवहन करने से रोकता है, वैसे चाइना की मीडिया को अपने नियंत्रण में रखता है, कोई भी गलत खबर जो चाइना का विरुद्ध हो उसे प्रकाशित नहीं करता है, चाइना का एक समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स उसी के माध्यम से पूरे विश्व को चाइना अपने खबर को दिखाता है, चाइना का पार्टी PLA के अनुसार ही खबर को प्रकाशित करवाता है और उसी के माध्यम से एक झूठी प्रोपेगेंडा खड़ा भी करता है, हाल ही में भारत और तिब्बत की सीमा पर चीन के सैनिक द्वारा झड़प में भारत के 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए लेकिन चाइना के भी कुछ सैनिक उसमें मारे गए थे जो इस खबर को वह छुपा रहा था, हाल ही में इसकी खबर अब मिली जिसमें मारे गए सैनिकों को कब्रों को देखा गया चीन आज तक इस बात को छुपाया रहा है!