हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को वाई प्लस सुरक्षा देने का एलान किया, ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कंगना रनौत और संजय राऊत के बीच विवाद और कंगना को मिल रही धमकियों के मद्देनजर किया गया, दरअसल कंगना ने सुशांत सिंह राजपूत मौत के बाद तथा मुंबई को पीओके की संज्ञा दे डाली। इससे शिवसेना नेता संजय राउत भड़क गए और अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे, इसके बाद कंगना और संजय के बीच जुबानी जंग छिड़ गई, संजय रावत ने कंगना को मुंबई में नहीं आने की नसीहत दे डाली, वहीं मुंबई को लेकर दिए गए बयान में शिवसेना कंगना पर हमलावर हो गई,
कंगना रनौत ने कहा था कि मुंबई पुलिस पर उन्हें भरोसा नहीं है और कंगना ने मुंबई पुलिस की सुरक्षा लेने से भी इनकार कर दिया। इस स्थिति में कंगना रनौत को कई जगहों से धमकियां भी मिलने लगी, इसके बाद कंगना रनौत के पिता हिमाचल सरकार से उन्हें पुलिस सुरक्षा देने की मांग की। वहीं गृह मंत्रालय ने कंगना रनौत को वाइ प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया।
आइए हम जानेंगे क्या होती है? अलग-अलग स्तर की यह सुरक्षाए और इन्हें देने का तरीका क्या होता है,?

X श्रेणी के सुरक्षा स्तर
सबसे सामान्य श्रेणी का सुरक्षा है, इसमे एक पर्सनल सिक्योरिटी अफ़सर यानी पीएसओ सहित दो सुरक्षाकर्मी होते हैं, इनमें कमांडो शामिल नहीं किया जाता है।

Y स्तर के सुरक्षा
Y कैटेगरी की सुरक्षा में सुरक्षा कर्मियों की संख्या 11 होती है, इसमें तो पर्सनल सिक्योरिटी अफ़सर शामिल होते हैं। Y स्तर के सुरक्षा में एक एस्कार्ट कार भी दिए जाते है

Z स्तर के सुरक्षा
इस स्तर के सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिनमें चार या पांच एनएसजी के कमांडो होते हैं, इसके बाद इसमें आईटीपीपी,सीआरपीएफ के जवान रहते हैं।

Z+ स्तर के सुरक्षा
यह देश में सिर्फ 15 लोगों को सुरक्षा दी गई है,और उच्च स्तर का सुरक्षा स्तर है, देश की सबसे बड़ी सुरक्षा स्तर मानी जाती है, इसमें एनएसजी, एसपीजी के कमांडो के अलावा आइटीबीपी सीआरपीएफ के जवान शामिल होते हैं, इस स्तर के सुरक्षा में पहले घेरे में एनएसजी के कमांडो दूसरे घर में एसपीजी के कमांडो होते हैं इनके बाद अन्य जवान होते हैं।

SPG सुरक्षा
यह देश में सिर्फ गिने-चुने व्यक्तियों को ही दिया जाता है, प्रधानमंत्री और अन्य लोग हैं, सुरक्षा स्तर 1984 में हुए इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुई थी एसपीजी की सुरक्षा की स्थापना 1985 में हुई, इनमें प्रधानमंत्री पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार को यह सुरक्षा दी गई है, इसके अलावा गांधी परिवार को भी यह सुरक्षा प्रदान की गई थी लेकिन कुछ दिन पूर्व गांधी परिवार कि यह सुरक्षा श्रेणी हटा ली गई, या सुरक्षा के सबसे ऊंचा स्तर है, इस में तैनात कमांडो के पास अत्याधुनिक हथियार और संचार तंत्र होता है।

यह सब सुरक्षा श्रेणी किन व्यक्तियों को दी जाती है?
देश के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों व सम्मानित व्यक्ति, राजनीतिज्ञ जिन्हें जान का खतरा हो, उन्हें यह सब सुरक्षा श्रेणी दी जाती है, यह सुरक्षा मंत्रियों को मिलने वाली सुरक्षा से अलग होती है, इसमें सरकार को एक एप्लीकेशन देना होता है इसके बाद सरकार खुफिया एजेंसीओ के द्वारा पता लगाती है, और अंदाजा लगाती है, व्यक्तियों के जान का कितना खतरा है ? सरकार द्वारा आसवसत होने के बाद ही सुरक्षा दी जाती।

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