टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन ने की वाराणसी के प्राचीन शहर में भीड़ प्रबंधन को रूपांतरित करने के लिए 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ग्‍लोबल चैलेंज के फाइनलिस्‍ट्स की घोषणा

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चयनित फाइनलिस्‍ट्स में सस्‍टेनेबल डिज़ाइन, मो‍बिलिटी डेटा, कृत्रिम बुद्धिमत्‍ता (एआई), नगरीय योजना और मानव-केंद्रित डिज़ाइन के क्षेत्रों में इनोवेशन करने वाले इनोवेटर्स शामिल हैं
इन फाइनलिस्‍ट्स का उद्देश्‍य काशी के ऐतिहासिक नगर को स्‍थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए और अधिक सुरक्षित और सुगम बनाने के मकसद से भीड़ प्रवाह के प्रबंधन को उन्‍नत बनाना है
फाइनलिस्‍ट्स को काशी में व्‍यापक प्रभाव की सम्‍भावना वाले अपने समाधानों के पायलट प्रोजेक्ट के लिए 130,000 अमेरिकी डॉलर का क्रियान्वयन वित्तपोषण मिलेगा।

नई दिल्ली, अगस्त 2025: टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन (टीएमएफ) ने 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ‘सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज’ के पाँच फाइनलिस्ट्स की गुरुवार को घोषणा कर दी। यह चैलेंज वाराणसी के ऐतिहासिक नगर काशी में भीड़ प्रबंधन समाधानों का रूपांतरण करने पर केंद्रित है।
वाराणसी नगर निगम, चैलेंज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेज़ इंस्टीट्यूट के सहयोग से विकसित किया गया यह चैलेंज भारत के सबसे पुराने और सर्वाधिक पवित्र शहरों में गिनी जाने वाली काशी में पैदल यात्रियों और श्रद्धालुओं की आवाजाही में सुधार करने और लगने वाली भीड़ से सम्‍बन्धित दिक्‍कतों से मुक्ति पाने के इनोवेटिव समाधान प्राप्त करने में सहयोग करता है। वाराणसी में हर साल करोड़ों श्रद्धालु आते हैं।

इस चैलेंज के तहत पूरी दुनिया से इनोवेटर्स की प्रविष्टियाँ माँगी गईं। 10 सेमी फाइनलिस्ट प्रतिभागियों को 6 महीने के अंदर अपनी-अपनी परिकल्पनाएँ विकसित करने के लिए आमंत्रित किया गया। विशेषज्ञ निर्णायकों के एक पैनल द्वारा किए गए सख्त मूल्यांकन के बाद उन प्रतिभागियों में से पाँच को फाइनलिस्ट प्रतिभागी के तौर पर चुना गया है।

फाइनलिस्ट्स को विभिन्न मानदंडों के आधार पर चुना गया। इनमें भीड़ प्रबंधन, प्रभावशीलता, सपोर्टिंग डेटा, उन्नयन की क्षमता और टीम क्षमता जैसे पैमाने शामिल हैं। निर्णायकों ने ऐसे समाधानों की तलाश की, जो बड़े जनसमूहों को संभालने में मदद कर सकें, सकरी गलियों में सुरक्षा, पहुँच और आवाजाही में सुधार कर सकें और भीड़ के व्यवहार को सार्थक तरीके से बदल सकें। साथ ही, इसे स्थानीय लोगों और पर्यटकों की जरूरतों तथा क्रियान्वयन की फिजिबिलिटी के बारे में ठोस समझ का प्रदर्शन किया जा सके। हर टीम के लिए जरूरी था कि वह दीर्घकालिक प्रभाव और मापनीयता में सहयोग के लिए मापने योग्य ‘की परफॉर्मेंस इंडिकेटर’ (केपीआई) के साथ एक स्पष्ट योजना पेश करे।

पाँच निर्णायकों के एक पैनल ने डेटा संचालित प्रौद्योगिकी, सतत मोबिलिटी और नगरीय डिजाइन में विशेषज्ञता के साथ-साथ स्थानीय कारोबार और सामुदायिक जरूरतों में विशेषज्ञता को एक साथ लाते हुए निम्नलिखित फाइनलिस्ट्स का चयन किया है:

आर्केडिस: आर्केडिस अपने क्षेत्र की दुनिया की अग्रणी कंपनी है। यह प्राकृतिक और कृत्रिम संपत्तियों के लिए इंटेलिजेंस आधारित सतत डिजाइन इंजीनियरिंग और परामर्श संबंधी समाधान उपलब्ध कराती है। इसकी टीम ने ‘संकल्प’ नाम से एक एकीकृत समाधान उपलब्ध कराया है, जो परस्पर जुड़ी प्रौद्योगिकियों का एक इकोसिस्टम है। इसे प्रतिक्रियात्मक उपायों की मदद से सक्रिय और इंटेलिजेंट भीड़ प्रबंधन में रूपांतरित करने के लिए डिजाइन किया गया है। ‘संकल्प’ लोगों को सुरक्षित और कुशलता पूर्वक आगे बढ़ाने के लिए रियल टाइम डेटा, उन्नत सिमुलेशन, मोबाइल तकनीक और एकीकृत संचार प्लेटफार्म का इस्तेमाल करेगा।

सिटीडेटा, इंक: सिटीडेटा.एआई एक अग्रणी बिग डेटा और एआई कंपनी है। यह अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और ज्यादा सस्टेनेबल और हर परिस्थिति के अनुरूप सक्षम शहरी वातावरण को बढ़ावा देने के लिए मोबिलिटी इंटेलिजेंस उपलब्ध कराती है। इस कंपनी ने ‘सिटी फ्लो’ नाम का एक समाधान उपलब्ध कराया है। यह एक क्लाउड आधारित समाधान है, जिसमें बिगडेटा, कंप्यूटर विज़न और जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल रियल टाइम में भीड़ को मापने, उसके विश्लेषण, सिमुलेशन और प्रबंधन के लिए किया जाता है। ‘एम.ए.एस.आई.’ फ्रेमवर्क पर आधारित यह समाधान बिना किसी नए हार्डवेयर की जरूरत के कदम उठाने लायक जानकारी उपलब्ध कराता है।

वोजिक एआई: वोजिक एआई जनकल्याण, रक्षा, स्मार्ट सिटी और भीड़ के लिहाज़ से संवेदनशील सार्वजनिक स्थलों के लिए वीडियो डाटा को रियल टाइम इंटेलिजेंस में रूपांतरित करने के क्षेत्र की अग्रणी संस्था है। वोजिक एआई ने ‘बेहतर वे’ नाम का एक समाधान प्रस्तुत किया है। यह भारत का पहला एआई आधारित हाइपरलोकल और समुदाय-प्रथम की भावना वाला पैदल यात्री मार्गदर्शन प्लेटफॉर्म है। यह समाधान नागरिकों को सुरक्षित वैकल्पिक रास्तों से गुजरने में मदद करेगा। साथ ही नगर के अधिकारियों को रियल टाइम क्राउड इंटेलिजेंस से भी सशक्‍त बनाएगा।

प्रमेया कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड: प्रमेया कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड एक नगरीय योजना एवं रणनीतिक क्षेत्र की फर्म है। इसका उद्देश्य एक सहयोगात्मक, समस्या-निवारण और रणनीतिक योजना के माध्यम से नगरीय रूपांतरण को गति देना है। इस टीम ने ‘नई चाल’ नामक एक समाधान की पेशकश की है। यह एक भौतिक और डिजिटल (फिजिटल) एआई इकोसिस्टम है, जिसमें मोबिलिटी, समावेशिता और सुरक्षा में सुधार के लिए चैटबॉट, नेविगेशन ऐप, मार्गदर्शन संकेतकों और मोबिलिटी डैशबोर्ड का संगम है।

द अर्बनाइज़र: द अर्बनाइज़र नगरीय डिजाइन, भूदृश्य डिजाइन और आर्किटेक्चर क्षेत्र की अग्रणी भारतीय कंपनी है। वे डाटा संचालित और मानव केंद्रित दृष्टिकोण के जरिए विविधतापूर्ण और सतत नगरीय स्थलों का निर्माण करने में विशेषज्ञता रखती है। ‘जनजात्रा इस फर्म का एक समाधान है। इसमें स्थानीय जानकारी और कलर-कोडिंग मार्ग सूचक संकेतकों, गतिशील डिजिटल संकेतों और अन्य टैक्टिकल अर्बनिज्‍़म रणनीतियों को शामिल किया गया है, ताकि मार्गदर्शन और सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके।

हर फाइनलिस्ट टीम को काशी में अपने प्रस्तावित समाधानों के परीक्षण और उन्हें प्रदर्शित करने के लिए क्रियान्वयन वित्तपोषण के रूप में 1 लाख 30 हज़ार अमेरिकी डॉलर दिए जाएँगे।

वाराणसी के नगर आयुक्त और वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य अधिशासी अधिकारी अक्षत वर्मा (आईएएस) ने कहा, “सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज के माध्यम से वाराणसी वैश्विक स्तर पर इस बात की मिसाल पेश कर रहा है कि ऐतिहासिक शहर अपनी मूल पहचान से समझौता किए बगैर इनोवेशन को किस तरह से अपना सकते हैं।”

उन्होंने कहा, “यह पाँच उत्कृष्ट फाइनलिस्ट्स काशी में स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं दोनों के ही लिए सुरक्षा, सुगमता और जीवन के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए न सिर्फ समाधानों को विकसित कर रहे हैं, बल्कि वे भावी पीढ़ियों के लिए काशी के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताने-बाने का संरक्षण भी सुनिश्चित कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि दुनिया वाराणसी को एक मॉडल के तौर पर देखेगी कि किस तरह से परंपराएँ और प्रौद्योगिकी रहने योग्य, बेहतर और सतत नगरों का निर्माण करने के लिए सह अस्तित्व में रह सकती हैं।”

टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के एग्ज़ीक्यूटिव प्रोग्राम डायरेक्टर, प्रस गणेश ने कहा, “वाराणसी सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज की यह यात्रा वास्तव में प्रेरणादायक है। वैश्विक इनोवेटर के समूह से चुने गए यह फाइनलिस्ट दुनिया के सबसे जटिल मोबिलिटी परिवेशों में शामिल किए जाने वाले काशी के प्रति अपने रचनात्मक, व्यावहारिक और प्रासंगिक नज़रिए के लिए खास रहे हैं। अगले चरण में प्रवेश करते हुए हम यह देखने के लिए बहुत उत्साहित हैं कि इन फाइनलिस्‍ट्स के समाधान ज़मीनी स्तर पर किस तरह से उतरते हैं, न सिर्फ काशी में सुगम और सुरक्षित पहुँच के साथ आवागमन को बेहतर बनाने के लिए, बल्कि दुनिया भर में विरासत से समृद्ध, उच्च घनत्व वाले अन्य शहर समान चुनौतियों का सहानुभूति और इनोवेशन के साथ कैसे सामना कर सकते हैं, इसका एक मानक स्थापित करने के लिहाज से भी वे समाधान कितना प्रभाव छोड़ते हैं।“

डब्‍ल्‍यू आर आई आई में सस्‍टेनेबल सिटीज़ विंग के प्रमुख अविनाश दुबेदी ने कहा, ‘‘दुनिया के सबसे पुराने और पयर्टकों के आवागमन के सबसे प्रमुख शहरों में शामिल किया जाने वाला वाराणसी नगर सस्‍टेनेबल मोबिलिटी के क्षेत्र में बहुत तेज़ी से उभर रहा है। अपनी इस प्रगति के ज़रिए यह शहर आधुनिक आवागमन सम्‍बन्‍धी जरूरतों को पूरा करके ऐतिहासिक नगरों के लिए एक वैश्विक मानदंड स्‍थापित कर रहा है। इनोवेटिव क्राउड फ्लो चैलेंज के ज़रिए लाखों पर्यटकों के प्रवाह का प्रबंधन करने की जटिल चुनौती से निपटने के लिए शहर ने वैश्विक इनोवेशन को स्थानीय अंतर्दृष्टि (इनसाइट्स) के साथ एकीकृत किया है। हम भाग लेने वाली टीमों की रचनात्मकता, सहानुभूति और इनोवेशन से बेहद प्रेरित हैं।’’

उन्‍होंने कहा, “उनके समाधान सिर्फ भीड़भाड़ कम करने से सम्‍बन्धित समाधानों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि वे उससे कहीं आगे जाते हैं। वे इस बात की पुनर्कल्पना करते हैं कि कैसे सभी आयु वर्गों और क्षमताओं के लोग (स्‍थानीय निवासी, तीर्थयात्री और दिव्यांगजन) शहर में सम्मान, सुरक्षा और सहजता के साथ घूम सकें। जैसे-जैसे ये विचार प्रायोगिक चरण में प्रवेश करेंगे, वैसे-वैसे हम इस पवित्र शहर में आने वाले हर आगंतुक के अनुभव पर इनके वास्तविक प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक रहेंगे।“

चैलेंज वर्क्‍स में सिटीज़ एंड सोसाइटीज़ विंग की निदेशक कैथी नॉथस्‍टाइन ने कहा, ‘‘वाराणसी ने दुनिया को दिखाया है कि स्‍थानीय स्‍तर पर समस्‍याओं का समाधान करके कैसे वैश्विक स्‍तर पर नेतृत्‍व किया जाता है। फाइनलिस्‍ट टीमें सर्वश्रेष्‍ठ सहयोगात्मक और अंतःविषयक इनोवेशन की झलक पेश करती हैं और उनका कार्य घने शहरी क्षेत्रों में आवागमन, जगहों और पवित्रता के बारे में हमारी सोच को बदलने में मदद करेगा।’’
टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन द्वारा वित्‍तपोषित ‘सस्‍टेनेबल सिटीज़ चैलेंज’ को चैलेंज वर्क्‍स और वर्ल्‍ड रिसोर्सेज़ इंस्‍टीट्यूट ने परस्‍पर सहयोग से डिजाइन किया है। इसका उद्देश्‍य पूरी दुनिया में अधिक साफ और ज्‍यादा दक्षतापूर्ण नगरीय मोबिलिटी प्रणालियों का निर्माण करना है। वाराणसी में शुरू किए गए सस्‍टेनेबल सिटीज़ चैलेंज से सामने आए इनोवेटिव नजरियों से यह ज़ाहिर हुआ है कि स्‍थानीय स्‍तर पर ज़मीनी मुद्दे किस तरह से वैश्विक सस्‍टेनेबिलिटी लक्ष्‍यों की दिशा में सार्थक प्रगति में तेजी ला सकते हैं।

इसके अलावा, टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन भारत में अपनी विभिन्‍न पहलों के प्रभावी ढंग से क्रियान्‍वयन के उद्देश्‍य से ज़मीनी स्‍तर पर सहयोग और कार्यों को विस्‍तार देने के लिए टोयोटा किर्लोस्‍कर मोटर के साथ मिलकर काम करता है।

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड और एग्ज़ीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट- कॉर्पोरेट अफेयर्स एंड गवर्नेंस श्री विक्रम गुलाटी ने चैलेंज के बारे में कहा, “हम इस चैलेंज के पांच फाइनलिस्‍ट्स की प्रतिबद्धता और प्रतिभा से बेहद प्रेरित हैं। इन फाइनलिस्‍ट्स द्वारा प्रस्‍तावित समाधान वाराणसी में भीड़ प्रबंधन के लिए नयी और उत्‍साहजनक सम्‍भावनाएँ प्रस्‍तुत करते हैं। उनके इनोवेशंस में ऐतिहासिक नगरों को रूपांतरित करने की क्षमता है और वे भीड़ प्रबंधन तथा नगरीय मोबिलिटी के क्षेत्र में नए वैश्विक प्रतिमान स्‍थापित कर सकते हैं। हम ऐसे विचारों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनमें ‘मोबिलिटी फॉर ऑल’ के हमारे मिशन की झलक मिलती है और जो दुनिया भर के शहरों के लिए अधिक सतत और समावेशी भविष्य को आकार देने में मदद करते हैं

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