(Front News Today) ज़्यादातर भारतीय सोने से भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं और उसे बेचना नहीं चाहते हैं. लेकिन मुश्किल समय में वे उसका इस्तेमाल करते हैं. क़र्ज़ देने वालों के लिए भी ये एक बेहतर संपत्ति होती है जिसको गिरवी के रूप में रखकर वे कुछ पैसा उधार दे सकते हैं.

चूंकि इस समय में जब बैंक संभलकर क़दम उठा रहे हैं, तब नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियाँ जैसे मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड आदि इस अवसर का फ़ायदा उठाकर ज़्यादा क़र्ज़ दे रही हैं और ब्याज़ कमा रही हैं.भारत में कई छोटे व्यवसायी, किसान और व्यवसायी गोल्ड लोन की मदद से लॉकडाउन की वजह से पैदा हुईं आर्थिक मुश्किलें हल कर रहे हैं.

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