उत्तर प्रदेश (Front News Today) कानपुर शूटआउट के मोस्टवॉन्टेड विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह वह 8 बजे महाकाल मंदिर परिसर पहुंचा, वहां प्रसाद की एक दुकान पर पहुंचा. दुकानदार को शक हुआ. उसने मंदिर सिक्योरिटी को बताया. जब पूजा करके वो बाहर निकला तो सिक्योरिटी वाले उसे लेकर आये. आईडी दिखाने को कहा जो किसी और के नाम से बनी थी. जब सिक्योरिटी ने ज्यादा पूछा तो वो मारपीट करने लगा. थाने लेकर आये तो उसने कबूल कर लिया.

इससे पहले सूचना आई थी कि उज्जैन में महाकाल मंदिर में दर्शन करने गया था. वहां गार्ड ने उसे पहचान लिया. जब सुरक्षा गार्ड ने नाम पूछा तो उसने विकास दुबे बताया इसके बाद गार्ड ने पुलिस को जानकारी दी कि विकास दुबे मंदिर में बैठा है. पुलिस को जैसे ही यह जानकारी मिली तो वह एक्शन में आ गई. पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया. उज्जैन पुलिस अभी उससे पूछताछ कर रही है. यूपी पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गई है. हालांकि, उसकी गिरफ्तारी कैसे हुई इसको लेकर मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से कोई भी पुख्ता जानकारी नहीं दी गई है.

एक जानकार ने की विकास दुबे की मदद
उज्जैन के एक तिवारी नामक शख्स के सम्पर्क में था विकास दुबे. तिवारी के माध्यम ही वो उज्जैन पहुंचा. कानपुर के चौबेपुर में घटना को अंजाम देकर फरार विकास पहले दिल्ली-एनसीआर पहुंचा, लेकिन पुलिस की जबरदस्त दबिश के बाद वह फिर मध्यप्रदेश के उज्जैन जिला पहुंचा, जहां उसे एमपी पुलिस ने गिरफ्तार किया. वहीं गुरुवार की सुबह पुलिस ने दो एनकाउंटर किए हैं- एक कानपुर में और दूसरा इटावा में. इसमें विकास दुबे के दो साथियों को ढेर कर दिया गया है. विकास दुबे की तलाश में फरीदाबाद में छापेमारी के बाद दिल्ली-नोएडा में भी पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था.

लगातार खोज में जुटी रही थी पुलिस
बता दें कि मोस्टवांटेंड गैंगस्टर विकास दुबे को खोजने में पूरा पुलिस महकमा जुटा हुआ था, कल फरीदाबाद में विकास दुबे का होने का दावा किया गया था. एक सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा था कि वह ऑटो में सवार होकर जा रहा है. विकास दुबे के नोएडा में फिल्म सिटी में सरेंडर करने को लेकर दिनभर सूचना चलती रही। इन सूचना को लेकर फिल्म सिटी के चप्पे-चप्पे पर सुबह से लेकर देर रात तक भारी पुलिस बल तैनात रहा. अब गुरुवार को उसे उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है.

यूपी पुलिस को गच्चा देकर पहुंचा उज्जैन
2 जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले विकास दुबे की तलाश में पूरे उत्तर प्रदेश को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. इसके बावजूद न केवल विकास दुबे पुलिस को गच्चा देता रहा, बल्कि वह हरियाणा से लेकर मध्य प्रदेश तक घूमता रहा.यूपी पुलिस की टीम ने दिल्ली-एनसीआर में डेरा डाला तो विकास दुबे उज्जैन भाग गया. अब सवाल उठता है कि आखिर पूरे प्रदेश को छावनी में तब्दील करने और 50 से अधिक टीमें लगाने के बाद भी विकास दुबे उज्जैन कैसे पहुंचा और उसकी किसने मदद की. फिलहाल, यूपी पुलिस की टीम उज्जैन रवाना हो गई है.

विकास दुबे पर 5 लाख का था ईनाम, 60 से ज्यादा केस
विकास दुबे पिछले 7 दिनों से फरार चल रहा था, यूपी एसटीएफ और पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद भी वो पुलिस की गिरफ्त से दूर था, जुर्म की दुनिया का खौफनाक नाम विकास दुबे वही अपराधी है, जिसने साल 2001 में राजनाथ सिंह सरकार में मंत्री का दर्जा पाए संतोष शुक्ला की थाने में घुसकर हत्या की थी, हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ 60 से ज्यादा केस दर्ज हैं और अब उसके सिर पर इनाम की राशि भी बढ़ा दी गई थी, उसकी खबर देने वाले को पांच लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की गई थी.

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